मार्च 2018 में देश का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में 4.4% की बढ़त हुई, जो कि इससे पिछले पाँच महीनों में वृद्धि का सबसे निचला स्तर है।
जानकार पूँजीगत सामान और विनिर्माण उत्पादन मे गिरावट के साथ ही खनन गतिविधियों में आयी कमजोरी को इसका कारण मान रहे हैं। शुक्रवार को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आँकड़ों के मुताबिक आईआईपी आधारित औद्योगिक वृद्धि दर 2017-18 में 4.3% रही। सीएसओ के आँकड़ों के अनुसार मार्च 2017 में भी आईआईपी वृद्धि दर 4.4% रही थी। इससे पहले अक्टूबर 2017 में वृद्धि दर सबसे कम 1.8% रही थी। इस सूचकांक में तीन-चौथाई हिस्से वाले विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर मार्च में 4.4% ही रही, जो पिछले साल समान महीने में 3.3% रही थी। मगर फरवरी 2018 में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 8.7% रही थी। (शेयर मंथन, 12 मई 2018)