देश के प्रमुख सरकारी बैंक यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (United Bank of India) ने एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस (HDFC Life Insurance) के साथ एक बैंकेश्योरेंस समझौता किया है।
यह भागीदारी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यूनाइटेड बैंक ने 18 निजी जीवन बीमा कंपनियों के आकलन के बाद एचडीएफसी लाइफ का चयन किया। इस भागीदारी के जरिये यूनाइटेड बैंक के ग्राहक एचडीएफसी लाइफ की जीवन बीमा उत्पादों, वितरण और ग्राहक सेवा में विशेषज्ञता का लाभ उठा सकेंगे।
बता दें कि 2,000 शाखाओं वाले यूनाइटेड बैंक की ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों मजबूत मौजूदगी है, जबकि एचडीएफसी लाइफ देश की का सबसे बड़ी गैर-बैंक प्रवर्तित निजी जीवन बीमा कंपनी है। दोनों के बीच हुई इस भागीदारी से दोनों संगठनों के कुल कारोबार में बढ़ोतरी और ग्राहकों के संतुष्टि स्तर में सुधार की उम्मीद जतायी गयी है।
एचडीएफसी लाइफ की बहु-चैनल वितरण व्यवस्था और बेहद विविधिकृत नेटवर्क से कंपनी को ऐसे स्तर पर समाधान पेश करने में मदद मिलती है, जो इस उद्योग की छोटी कंपनियाँ आसानी से मुहैया नहीं करा सकतीं।
एचडीएफसी लाइफ की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी विभा पादलकर यूनाइटेड बैंक के साथ भागिदारी पर खुशी व्यक्त की है, जो इस साल कंपनी का तीसरा सार्वजानिक बैंक गठजोड़ है। देश भर के ग्राहकों के लिए बेहतर विकल्प पेश करने के लिए एचडीएफसी लाइफ ने बैंकिंग की दुनिया में पहले ही कई मजबूत गठजोड़ किये हैं।
पादलकर ने कहा कि इस भागीदारी से शहरी, ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों और खास कर पूर्वी एवं पूर्वोत्तर बाजारों के उन इलाकों में पहुँचने का मौका मिलेगा जहाँ ये सेवाएँ नहीं पहुंची हैं। उनहोंने कहा कि हमने अपने ग्राहक संपर्क मॉडल का विस्तार किया है ताकि नये खुले विकल्पों वाली व्यवस्था (ओपन आर्किटेक्चर कंस्ट्रक्ट) में अपने बैंक भागीदार के ग्राहकों को निर्बाध और ग्राहक केंद्रित तरीके से बेहतरीन विकल्प मुहैया कराये जा सकें।
भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकार (इरडा) की 2015 से लागू ओपन आर्किटेक्चर की व्यवस्था के तहत बैंकों को ग्राहकों की अपनी जरुरत और बैंक की अन्य रणनीतिक प्राथमिकताओं के मुताबिक विभिन्न बीमा कंपनियों की पॉलिसी उपलब्ध कराने की अनुमति है। इससे पहले भारत में बीमा के संबंध में एक सीमित मॉडल था, जिसके तहत वितरक सिर्फ एक बीमा कंपनी के उत्पाद बेच सकता था। (शेयर मंथन, 06 मार्च 2019)