ब्रोकिंग फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने 2018 में पाँच चुनिंदा शेयरों में खरीदारी की सलाह दी है। इन शेयरों में डाबर इंडिया (Dabur India), लार्सन ऐंड टुब्रो (Larsen & Toubro), ओबेरॉय रियल्टी (Oberoi Realty), नीलकमल (Nilkamal) और मदरसन सूमी (Motherson Sumi) शामिल हैं।
ब्रोकिंग फर्म ने इन शेयरों के लिए लक्ष्य के साथ इनमें खरीदारी के पक्ष में तर्क भी दिये हैं।
डाबर इंडिया (लक्ष्य - 410 रुपये)
डाबर इंडिया की 50% बिक्री देश के ग्रामीण इलाकों में होती है, जो किसी भी अन्य एफएमसीजी कंपनी के मुकाबले सर्वाधिक है और इस क्षेत्र के बाजार के लिए कंपनी को अनुकूल बनाती है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शहरी क्षेत्र में 10% बढ़त के मुकाबले डाबर की ग्रामीण इलाकों में बिक्री 11% बढ़ी।
लार्सन ऐंड टुब्रो (लक्ष्य - 1,440 रुपये)
लार्सन ऐंड टुब्रो ने विभिन्न व्यवसाय/भौगोलिक क्षेत्रों में कई स्तरों पर शुरुआत की है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2020-21 तक की पाँच वर्षीय योजना के तहत अपनी बिक्री को 12-15% सीएजीआर की दर 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुँचाने, मार्जिन को 11.2% तक बढ़ाने और कार्यशील पूँजी को बिक्री के 24% से घटा कर 18% करने का लक्ष्य रखा है।
ओबेरॉय रियल्टी (लक्ष्य - 580 रुपये)
मुम्बई शहर पर ध्यान केंद्रित रखने वाली प्रीमियम रियल एस्टेट डेवलपर ओबेरॉय रियल्टी की आवासीय, वाणिज्यिक और हॉस्पिटेलिटी क्षेत्र में मौजूदगी है। 50% से कम एबिटा मार्जिन के साथ ही इसके आवासीय पोर्टफोलियो 19 मिलियन वर्ग फीट (एमएसटी) जमीन है। साथ ही हाल ही में किफायती आवासीय परियोजना में दाखिल होने से इसे कर प्रोत्साहन का लाभ मिलेगा। कंपनी दो नये मॉल और एक ऑफिस परिसर की शुरुआत करके अपने वार्षिक पोर्टफोलियो को 1.6 एमएसटी से 4.2 एमएसटी करने की योजना बना रही है, जिससे अगले 5 सालों में इसकी आमदनी 4 गुना हो जायेगी।
नीलकमल (लक्ष्य - 2,215 रुपये)
नीलकमल प्रति वर्ष 14 लाख प्लास्टिक कुर्सियों की बिक्री और 32% बाजार हिस्सेदारी के साथ ढलवाँ फर्नीचर क्षेत्र की सबसे प्रमुख कंपनी है। पिछले 5 वित्त वर्षों में इसका प्लास्टिक उत्पाद व्यापार 8.3% सीएजीआर की दर से बढ़ा है, जिससे इसे अपनी कुल आमदनी का 89% हिस्सा प्राप्त होता है। साथ ही वि्त वर्ष 2016-17 में इसका खुदरा घरेलू बाजार नकारात्मक एबिट से 3.2 करोड़ रुपये एबिट लाभ पर आ गया। कंपनी का एबिटा मार्जिन 110 आधार अंक तक बढ़ने से वित्त वर्ष 2012-17 के बीच इसका लाभ 7%/17% सीएजीआर की दर से बढ़ा। ब्रोकिंग फर्म ने इसके एबिटा मार्जिन में और सुधार की संभावना जतायी है।
मदरसन सूमी (लक्ष्य - 458 रुपये)
मदरसन सूमी चार क्षेत्रों में सक्रीय है, जिनमें वायरिंग सामग्री (15%), पॉलिमर्स (52%), शीशों (28%) और बाकी उपकरण (5%) शामिल हैं। शानदार रिकॉर्ड के साथ मदरसन सूमी 37 देशों में 230 संयंत्रों का संचालन करती है। कंपनी पूरे विश्व में सभी ओईएम के लिए पसंदीदा साझेदार के रूप में उभरी है, जो विश्व बाजारों में बढ़ती इसकी हिस्सेदारी को दर्शाता है। हाल ही में पीकेसी के अधिग्रहण से कंपनी की वायरिंग सामग्री क्षेत्र में स्थिति मजबूत हुई है। ब्रोकिंग फर्म ने वित्त वर्ष 2017-20 के दौरान इसकी शुद्ध आमदनी/एबिटा/लाभ को 22%/30%/33.5% सीएजीआर की दर से बढ़ने की संभावना जतायी है। (शेयर मंथन, 29 दिसंबर 2017)
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