शेयर मंथन में खोजें

एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स

डीसीबी बैंक (DCB Bank) को 227.00 रुपये के लक्ष्य भाव के साथ खरीदें - एसएमसी ग्लोबल (SMC Global)

एसएमसी ग्लोबल ने डीसीबी बैंक (DCB Bank) के शेयर के लिए 8-10 महीने की अवधि में 227.00 रुपये का लक्ष्य भाव दिया है।

यह लक्ष्य भाव कंपनी के मौजूदा शेयर भाव से 19% ज्यादा है। एसएमसी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2018-19 में डीसीबी बैंक की प्रति शेयर बुक वैल्यू (BVPS) 92.84 रुपये होगी, जिस पर 2.44 के पीबी अनुपात के मूल्यांकन पर इसने 227.00 रुपये का लक्ष्य भाव तय किया है।
नये जमाने के उभरते हुए निजी क्षेत्र के डीसीबी बैंक में निवेश के लिए एसएमसी ने तर्क दिया है कि 19 राज्यों तथा 3 केंद्र शासित राज्यों में इसकी 311 शाखाएँ हैं। यह एक अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक नियंत्रित करता है। डीसीबी बैंक के क्षेत्रों (Segments) में कोषागार संचालन, कॉर्पोरेट/होलसेल तथा रिटेल बैंकिंग और अन्य बैंकिंग कामकाज शामिल हैं। ब्रोकिंग फर्म ने डीसीबी बैंक को वित्तीय मोर्चे पर परखते हुए अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि 2017 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में साल दर साल आधार पर इसकी जमाएँ (Deposit) 13% बढ़ कर 21,296 करोड रुपये, शुद्ध एडवांस 28% बढ़त के साथ 18,595 करोड़ रुपये, शुद्ध ब्याज मार्जिन 3.95% के मुकाबले 4.12% और बचत खातों की 15% विकास दर के साथ सीएएसए अनुपात 25.85% के मुकाबले 25.67% रहा। वहीं पिछले तीन सालों में बैंक की बैलेंस शीट और ऋण दोगुने हो गये हैं, जिनके अगले 3-3.5 वर्षों में और दोगुने होने की संभावना है।
गौरतलब है कि डीसीबी बैंक चालू तिमाही में अपने लक्ष्यों को पूरा करने पर ध्यान दे रहा है, जिनमें लागत आय अनुपात को 55%, संपत्तियों पर रिटर्न (RoA) को 1% से अधिक और इक्विटी पर रिटर्न (RoE) में सुधार कर इसे 14% करना शामिल है। इसके अलावा बैंक ने अगले 2 वर्षों में 10-15 नयी शाखाएँ स्थापित करने और 2-3 वर्षों के दौरान प्रति कर्मी व्यापार को 8 करोड़ रुपये से बढ़ा कर 13 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है। (शेयर मंथन, 20 जनवरी 2018)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"