एसएमसी ग्लोबल ने एनएमडीसी (NMDC) के शेयर के लिए 8-10 महीने की अवधि में 170.00 रुपये का लक्ष्य भाव दिया है।
यह लक्ष्य भाव कंपनी के मौजूदा शेयर भाव से 17% ज्यादा है। एसएमसी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2018-19 में एनएमडीसी की प्रति शेयर आय (EPS) 12.12 रुपये होगी, जिस पर 14 के पीई अनुपात के मूल्यांकन पर इसने 170 रुपये का लक्ष्य भाव तय किया है।
74.94% सरकारी हिस्सेदारी वाली एनएमडीसी में निवेश के लिए एसएमसी ने तर्क दिया है कि यह भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक कंपनी है। वर्तमान में एनएमडीसी 3 उच्च स्तरीय यांत्रिकी लौह अयस्क खदानों का संचालन कर रही है, जिनमें से 2 छत्तीसगढ के दंतेवाड़ा में स्थित हैं, जिनकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 2.2 करोड़ टन है। वहीं कंपनी की तीसरी खदान कर्नाटक के बेल्लारी में है, जिसकी सालाना क्षमता 1.2 करोड़ टन है। एनएमडीसी ने भारत के स्टील उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए 2021-22 तक अपनी उत्पादन क्षमता को 6.7 करोड़ टन तक बढ़ाने के लिए भी एक शानदार योजना बनायी है। योजना के तहत एनएमडीसी अपनी मौजूदा खदानों का ब्राउन क्षेत्र विस्तार और छत्तीसगढ़ खनन विकास निगम के साथ मिल कर एक ग्रीन फील्ड खदान की स्थापना करेगी। इसके अलावा एनएमडीसी कम लागत पर लौह अयस्क के निकास के लिए एक पाइपलाइन भी तैयार कर रही है। वहीं निकास क्षमता बढ़ाने के लिए किरनदुल-कोठावलासा लाइन को दोगुना करने का कार्य भी जोरों पर है। एनएमडीसी अपने उपभोक्ताओं को बिना रुके आपूर्ति के लिए छत्तीसगढ़ में एक लौह अयस्क भंडार गृह भी तैयार कर रही है।
एसएमसी ने अपनी रिपोर्ट में एनएमडीसी के वित्तीय नतीजों का जिक्र करते हुए बताया है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में साल दर साल आधार पर कंपनी की बिक्री 39% बढ़ कर 2,421.33 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 10% बढ़ कर 844.4 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान कंपनी का लौह अयस्क उत्पादन 63.1 लाख टन के मुकाबले 77.1 लाख टन और बिक्री 80.1 लाख टन के मुकाबले 82.9 लाख टन रही। सरकार के लौह अयस्क को 2030-31 तक 30 करोड़ टन पहुँचाने और भारतीय स्टील उद्योग में वृद्धि से कंपनी के लिए भविष्य में काफी संभावनाएँ हैं। (शेयर मंथन, 27 जनवरी 2018)
Add comment