एसएमसी ग्लोबल (SMC Global) ने इप्का लैब (IPCA Lab) के शेयर के लिए 8-10 महीने की अवधि में 716.00 रुपये का लक्ष्य भाव दिया है।
यह लक्ष्य भाव कंपनी के मौजूदा शेयर भाव से 15% ज्यादा है। एसएमसी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2018-19 में इप्का लैब की प्रति शेयर आय (EPS) 26.53 रुपये होगी, जिस पर 27 रुपये के पीई अनुपात के मूल्यांकन पर इसने 716 रुपये का लक्ष्य भाव तय किया है।
दवा कंपनी इप्का लैब में निवेश के लिए एसएमसी ने तर्क दिया है कि कंपनी निर्यात पर काफी ध्यान देती है, जो अब इसकी आमदनी का 47% है। तैयार दवा खुराकों और सक्रिय फार्मास्युटिकल सामग्री का उत्पादन करने वाली इप्का लैब का पूँजीगत व्यय चालू वित्त वर्ष की तरह ही अगले कारोबारी साल के लिए भी 130-140 करोड़ रुपये रह सकता है। कंपनी प्रबंधन ने अगले वित्त वर्ष के लिए 18-18.5% के एबिटा मार्जिन और 17-18% की प्रभावी कर दर का अंदाजा लगाया है। इप्का लैब ने अमेरिकी दवा कंपनी पिसगाह लैब्स को 96.5 करोड़ डॉलर में अपनी सहायक कंपनियों इप्का फार्मास्युटिकल और ऑनिक्स साइटिफिक के जरिये खरीद लिया। इस सौदे से इप्का लैब को अमेरिकी बाजार में कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च, मध्यवर्ती उत्पादन और कम मात्रा वाली सक्रिय दवा सामग्रियों के क्षेत्र में कदम जमाने में मदद मिलेगी।
एसएमसी ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि इप्ला लैब ने अनुसंधान और विकास (आर ऐंड डी) को हमेशा तरजीह दी है, जो कि कंपनी के निरंतर विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए बदलते घरेलू और वैश्विक परिदृश्य के साथ हाल के वर्षों में कंपनी ने विकास के लिए आरऐंडडी में निवेश किया है। साथ ही इसने गैर-उल्लंघनकारी प्रक्रियाओं वाले एपीआई के निर्माण के लिए नयी और अभिनव प्रक्रिया तथा उत्पादों के विकास पर जोर दिया है। इप्का लैब ने लागत करने पर भी ध्यान दिया। घरेलू फॉर्मूलैशंस के 12% वृद्धि के साथ 383 करोड़ रुपये और निर्यात फॉर्मूलैशंस में 17% बढ़त के साथ 273 करोड़ रुपये पर पहुँचने से चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी की आमदनी 14.5% की बढ़त के साथ 859 करोड़ रुपये रही। वहीँ इसका शुद्ध लाभ मजबूत प्रदर्शन और कम कर दर के कारण 140% की बढ़त के साथ 106 करोड़ रुपये रहा। इसके अलावा यूएसएफडीए के पुन: निरीक्षण मामले में, कंपनी ने तीन स्थानों पर सुधार करके यूएसएफडीए के अधिकारियों को दोबारा निरीक्षण के लिए बुलाया है। हालांकि, समाधान अभी महीनों दूर लगता है। (शेयर मंथन, 17 फरवरी 2018)
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