उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के अधिकारियों द्वारा की गयी मैगी की जाँच में राख की मात्रा अधिक मिलने के बाबत नेस्ले इंडिया के एमडी सुरेश नारायण ने कहा कि हमें जाँच की ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है और ऐसे मामले में सही स्तर की जाँच न होने के कारण परिणाम भी सही नहीं मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि गुणवत्ता ही नेस्ले की प्राथमिकता है।उन्होंने बताया कि मैगी ने दोबारा बाजार में आ कर 75% से 80% तक की हिस्सेदारी फिर से हासिल कर ली है। गौरतलब है कि लखनऊ की एक लैब में की गयी जाँच में मैगी में राख की मात्रा 1.85% पायी गयी, जो अधिकतम 1% होनी चाहिए। बीएसई में नेस्ले का शेयर शुक्रवार सुबह 5225.05 रुपये पर खुला लेकिन बाजार बंद होने तक 30.85 (0.59%) रुपये के नुकसान के साथ 5155 रुपये तक गिर गया। (शेयर मंथन, 11 मार्च, 2016)
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