इंडसइंड बैंक (Indusind Bank) के शेयर भाव में 2% से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है।
बैंक ने बुधवार को अपने तिमाही नतीजे घोषित किये, जो प्रोविजन में भारी वृद्धि के बावजूद जानकारों के अनुमान के मुताबिक रहे। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने भी इंडसइंड बैंक के नतीजों को अनुमान के अनुसार बताया है। मगर इसके बावजूद आज बैंक के शेयर पर नतीजों का उल्टा ही असर दिख रहा है।
साल दर साल आधार पर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में इंडसइंड बैंक के मुनाफे में 5% की बढ़ोतरी हुई है। 2017-18 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 936.25 करोड़ रुपये के मुकाबले 2018-19 की समान अवधि में बैंक ने 985 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। हालाँकि उच्च प्रोविजन, खास कर आईएलऐंडएफएस से संबंधित, के कारण बैंक का मुनाफा अभी भी प्रभावित हुआ है।
इस दौरान इंडसइंड बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 21% बढ़ कर 2,281.1 करोड़ रुपये रही, जिसमें 18.4% की बढ़ोतरी का अंदाजा लगाया था। मगर इंडसइंड बैंक के प्रावधानों और आकस्मिक व्यय साल दर साल आधार पर 157% की भारी भरकम वृद्धि के साथ 606.7 करोड़ रुपये के रहे।
साथ ही 2018 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इंडसइंड बैंक की संपत्ति गुणवत्ता भी खराब हुई है। तिमाही दर तिमाही आधार पर बैंक का सकल एनपीए अनुपात 1.09% से बढ़ कर 1.13% और शुद्ध एनपीए अनुपात 0.48% की तुलना में 0.59% हो गया।
बीएसई में इंडसइंड बैंक का शेयर 1,600.80 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले आज 1,611.00 रुपये पर खुल कर 1,555.00 रुपये के निचले स्तर तक फिसला है। पौने 12 बजे के करीब बैंक के शेयरों में 33.80 रुपये या 2.11% की गिरावट के साथ 1,567.00 रुपये के भाव पर सौदे हो रहे हैं। बता दें कि पिछले 52 हफ्तों में बैंक के शेयर का सर्वाधिक भाव 2,037.90 रुपये और निचला स्तर 1,333.90 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 10 जनवरी 2019)
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