खबरों के अनुसार देना बैंक (Dena Bank), विजया बैंक (Vijaya Bank) और बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) के एकीकरण में दो साल का समय लग सकता है।
खबर के मुताबिक केवल सूचना प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म के एकीकरण में ही लगभग 12 महीने लग सकते हैं। साथ ही अन्य प्रक्रियाओं और प्रणालियों में एक या अधिक वर्ष लग सकते हैं।
हालाँकि 01 अप्रैल से देना बैंक और विजया बैंक के बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विलय की योजना प्रभाव में आ गयी है। इन बैंकों के विलय के लिए पहले ही संबंधित नियामकों ने हरी झंडी दिखा दी थी।
फरवरी के आखरी सप्ताह में एक बैठक में बैंक ऑफ बड़ौदा के बोर्ड ने 11 मार्च को विजया बैंक और देना बैंक के शेयरधारकों को इक्विटी शेयर जारी करने और आवंटित करने का निर्णय लिया था।
गौरतलब है कि सरकार ने पिछले साल तीनों सरकारी बैंकों के विलय की योजना घोषित की थी। अब बैंक ऑफ बड़ौदा, एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है।
इस बीच बीएसई में बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर 130.75 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले हल्की वृद्धि के साथ 131.45 रुपये पर खुल कर कारोबार के दौरान 132.15 रुपये के शिखर तक चढ़ा। अंत में यह 0.05 रुपये या 0.04% की मामूली गिरावट के साथ 130.70 रुपये पर बंद हुआ। इस भाव पर बैंक की बाजार पूँजी 44,675.46 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 157.45 रुपये और निचला स्तर 90.70 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 15 अप्रैल 2019)
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