टाटा ग्रुप की दो कंपनियां टाटा पावर और टाटा मोटर्स ने करार किया है। दोनों कंपनियों ने यह करार 7 मेगा वाट पावर के सोलर रुफटॉप प्रोजेक्ट विकसित करने के लिए किया है।
आपको बता दें कि यह सोलर प्रोजेक्ट टाटा मोटर्स के पैसेंजर व्हीकल इकाई पुणे में लगाया जाएगा। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह 17 मेगा वाट पावर वाले सोलर प्रोजेक्ट का तीसरा चरण है जो कि दोनों कंपनियां मिल कर विकसित कर रही हैं। इसमें से 10 मेगा वाट पावर का सोलर प्रोजेक्ट पहले ही लग चुका है। इस सोलर प्रोजेक्ट से पैदा होने वाली बिजली के लिए दोनों कंपनियों के बीच पावर खरीद समझौता यानी पावर परचेज एग्रीमेंट हाल ही में किया गया है। इस रुफटॉप प्रोजेक्ट से करीब 2.3 करोड़ इकाई बिजली का उत्पादन होने की उम्मीद है। इस प्रोजेक्ट के चालू होने से करीब 5.23 लाख टन कम कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन होगा। यह 8.36 लाख पेड़ों के लगाने के बराबर होगा।
टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल के ऑपरेशंस के वाइस प्रेसिडेंट राजेश खत्री ने बताया कि इस नए सोलर प्रोजेक्ट के शुरू होने से कंपनी 100 फीसदी रिन्युएबल एनर्जी से इकाई चलाने के लक्ष्य के और करीब पहुंच जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से कंपनी देश की ऑन साइट सोलर इंस्टॉलेशन के मामले में सबसे बड़ी बन जाएगी।
टाटा मोटर्स RE100 का एक सदस्य है जिसके तहत कंपनी अपने ऑपरेशंस में 100 फीसदी रिन्युएबल एनर्जी के इस्तेमाल को लेकर प्रतिबद्ध है। कंपनी यह लक्ष्य हासिल करने को लेकर नए नए कदम उठा रही है। टाटा पावर ने सोलर रुफटॉप प्रोजेक्ट के कई प्रोजेक्ट को पूरा कर चुकी है। इसमें एक प्रोजेक्ट जो विश्व का सबसे बड़ा रुफटॉप प्रोजेक्ट (16MW) को अमृतसर में लगाया है। (शेयर मंथन, 23 मई, 2022)
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