चना वायदा (सितंबर) की कीमतों के 4,150-4,220 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
चना दाल और बेसन की कम बिक्री के कारण देश के प्रमुख हाजिर बाजारों में चना की कीमतों में मिला-जुला रुझान है। मुम्बई और मुंद्रा बंदरगाह पर ऑस्ट्रेलियाई चना की कीमतें क्रमशः 4,100 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम और 4,175-4,200 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम है। मुंद्रा बंदरगाह पर एमएमटीसी अपने खरीदे गये चने की बिक्री कर रहा है।
वहीं कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 23,875-24,100 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। भारतीय कपास निगम के जुलाई महीने के अनुमान के अनुसार 2017-18 में कपास का उत्पादन 365 लाख बेल (170 किलो ग्राम का एक बेल) हो सकता है, जो जून के अनुमान के बराबर है। अक्टूबर 2017 से जुलाई 2018 के दौरान कपास की घरेलू खपत 270 लाख बेल होने का अनुमान है, जबकि 31 जुलाई तक कपास का निर्यात 67 लाख बेल होने का अनुमान है। जुलाई के अंत तक कपास का भंडार 63.45 लाख बेल रहने का अनुमान है, जबकि भारतीय कपास निगम के कपास 20.80 लाख बेल कपास का भंडार है।
मेंथा ऑयल वायदा (अगस्त) की कीमतों को 1,525 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है और कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है। बढ़ती माँग के बीच कम आपूर्ति के कारण उत्तर प्रदेश के प्रमुख बाजारों में कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद से किसान स्टॉक रोक कर रखे हुये हैं। खराब मौसम के कारण कहीं-कहीं फसल नुकसान होने की भी खबरें हैं। (शेयर मंथन, 08 अगस्त 2018)
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