एसएमसी कमोडिटीज की साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 6,535 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 7,100-7,200 रुपये तक बढ़त दर्ज किये जाने की संभावना है।
अधिक तापमान के कारण तेलंगाना और मराठवाड़ा में उत्पादकता में 20-30% की गिरावट होने की आशंका से कीमतों को मदद मिल सकती है। बंगाल की खाड़ी से गर्म और नम हवाओं के कारण इस क्षेत्र का तापमान बढ़ता जा रहा है।
जीरा वायदा (जनवरी) की कीमतें 2 महीने के निचले स्तर पर पहुँच गयी हैं और अब इसमें नरमी के रुझान के 16,500-16,250 रुपये तक जारी रहने की संभावना है। गुजरात सरकार की सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के वादे और निर्यात में कमी के कारण कीमतों में गिरावट हो रही है। नवीनतम आँकड़ों के अनुसार मौजूदा रबी सीजन 24 दिसंबर तक देश भर में जीरे की बुआई पिछले तीन वर्षों की समान अवधि में औसत 3,18,926 हेक्टर की तुलना में 3,21,363 हेक्टर में हुई है, जबकि पिछले वर्ष समान अवधि में 3,69,561 हेक्टर में हुई थी।
इलायची वायदा (जनवरी) की कीमतों में 1,490-1,475 के स्तर पर सहारे के साथ तेजी का रुझान जारी रहने की संभावना है। केरल में बुआई का सीजन शुरू हो गया है और इडुक्की क्षेत्र के किसानों ने बुआई कार्य शुरू कर दिया है। किसानों के दिमाग में पिछले वर्ष की बाढ़ की यादें अभी भी ताजा हैं। ऐसा अनुमान है कि 10,000 हेक्टर में नयी फसल लगायी जायेगी और 6,000 हेक्टर में पिछले वर्ष की फसल को पुनर्जीवित किया जायेगा। कुल मिला कर पिछले वर्ष 25,000 टन उत्पादन की तुलना में मौजूदा सीजन में 1/3 कमी होने की संभावना है। वर्तमान समय में बेहतर घरेलू माँग और पर्याप्त उपलब्धता नहीं होने के कारण हाजिर बाजारों इलायची की कीमतें औसतन 1,300 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर कारोबार कर रही हैं। (शेयर मंथन, 31 दिसंबर 2018)
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