हल्दी वायदा (नवंबर) में शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) को 6,200 रुपये के नजदीक रुकावट का सामना करना पड़ सकता है।
मंगलवार को हाजिर बाजारों में बिक्री के लिए हल्दी की आवक कम हो रही है। इरोद हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेराइटी की कीमतें 5,389-7,275 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,099-6,257 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रहीं। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेराइटी की कीमतें 6,014-7,019 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,056-6,214 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रहीं।
जीरा वायदा (नवंबर) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ 16,200-16,500 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करती रह सकती हैं। प्रमुख बाजार ऊँझा में सुस्त कारोबार के कारण जीरे की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। लेकिन राजकोट में जीरे की कीमतों में स्थिरता है। ऊँझा में 8000 बैग और राजकोट में 500 बैग जीरे की आवक हो रही है। कारोबारियों के अनुसार बाजार में खरीदार और विक्रेता दोनों ही काफी कम है। निर्यात माँग भी नही है। केवल छिटपुट स्थानीय माँग के आधार पर ही कारोबार हो रहा है।
धनिया वायदा (नवंबर) कीमतों में तेजी का रुझान है और कीमतों में 6,900-7,000 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। इस वर्ष कम उत्पादन और कम होते स्टॉक के बीच जोरदार माँग के कारण कीमतों में तेजी का सेंटीमेंट है।
इलायची वायदा (नवंबर) कीमतों को 200 दिनों के औसत स्तर 2,580 रुपये के पास सहारा रह सकता है और कीमतों की गिरावट पर रोक लग सकती है। कारोबारियों के अनुसार, उत्पादक अपने स्टॉक को रोककर रखे हुए हैं, इसलिए आवक कम हो रही है। अधिकांश किसान अवकाश के मूड में हैं और उनके पूरे जोर-शोर से बाजार में लौटने में अभी एक हफ्ते का वक्त लगेगा। (शेयर मंथन, 30 अक्टूबर 2019)
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