हाजिर बाजारों से बेहतर रुझानों के कारण हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 5,750-5,900 रुपये के दायरे में सीमित दायरे कारोबार करने की संभावना है।
चार दिनों के बंदी के बाद, इरोड में चार हल्दी बाजार मंगलवार को फिर से खुल गय। व्यापारियों को अच्छी गुणवत्ता वाले हल्दी की आवक की उम्मीद थी। लेकिन मध्यम-किस्म की हल्दी की केवल 2,400 बैग की ही बिक्री के लिए आवक हुई। कुछ कारोबारियों को स्थानीय स्तर पर नये ऑर्डर मिले है, उन्होने नमूनों की जांच की और उनकी खरीदारी की है। इरोड कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी और रेगुलेटेड मार्केटिंग कमेटी में बिक्री उत्साहजनक है, क्योंकि दोनों बाजारों में शत-प्रतिशत बिक्री दर्ज की गयी। लेकिन व्यापारियों ने कमोडिटी के लिए बढ़ी हुई कीमत नहीं दी।
जीरा वायदा (अगस्त) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 13,800-14,000 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। वर्तमान परिदृश्य में, वेयरहाउसों में स्टॉक में वृद्धि और थोक खरीदारों की ओर से कमजोर माँग से कीमतों में नरमी का रुझान है। गुजरात की ऊंझा मंडी के इस हफ्ते फिर से खुलने की संभावना है। राजकोट मंडी में कम मात्रा में आवक देखी जा रही है क्योंकि विदेशी माँग सुस्त है और बाजार केवल स्थानीय माँग पर निर्भर है।
धनिया वायदा (अगस्त) की कीमतों को 6,400 रुपये के पास सहारा मिलने की उम्मीद है, जबकि कीमतों की बढ़त पर 6,550 रुपये के स्तर पर रोक लगी रह सकती है। घरेलू स्टॉकिस्टों की ओर
से माँग में सुधर और हाजिर बाजारों में आवक में गिरावट के कारण हाजिर कीमतों में तेजी का रुझान हैं। प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में आपूर्ति में गिरावट देखी जा रही है क्योंकि अधिकतम आवक का मौसम समाप्त हो गया है।
इलायची वायदा (अगस्त) की कीमतें 1,500-1,550 रुपये के दायरे में मजबूत होने की संभावना है। देश भर में कई बाजारों के बंद रहने से माँग में कमजोरी है और नयी फसल की आवक का भी दबाव है। वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए एक निवारक उपाय के रूप में, नीलामी सप्ताह में केवल दो बार आयोजित की जा रही है। (शेयर मंथन, 05 अगस्त 2020)
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