हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 5,800 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है।
इरोड के हाजिर बाजारों में हल्दी की बिक्री 65 प्रतिशत रही, जबकि गुणवत्ता के आधर पर कीमतों में मिला-जुला रुझान रहा। लेकिन कारोबारियों की ओर से कोई नयी माँग नहीं हुई है। उन्होंने 1,950 बैग के आगमन की 65 प्रतिशत हल्दी की खरीद की। कोई भी कारोबार स्टॉक जमा करने को तैयार नहीं है। कुछ कारोबारियों ने गुणवत्ता के आधर पर इरोड हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड और रेगुलेटेड मार्केटिंग कमेटी में फिंगर वेराइटी की हल्दी के लिए 150-250 रुपये प्रति क्विंटल की अधिक कीमत चुकाई। इरोड हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन की बिक्री यार्ड में, फिंगर वेराइटी की कीमतें 5,011-6,229 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की कीमतें 4,,789- 5,669 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रही। इरोड कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी में, फिंगर वेराइटी की कीमतें 4,929-6,009 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की कीमतें 4,399- 5,775 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रही।
जीरा वायदा की कीमतों के 13,800-13,980 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। ऊँझा मंडी में पिछले दिन के 1,000 बैग की तुलना में लगभग 1,400 बैग की आवक हुई है। एनसीडीईएक्स की गुणवत्ता वाली जीरे की कीमत क्रमशः 25 रुपये कम होकर 2,225-2,350 रुपये प्रति 20 किलोग्राम पर पहुँच गयी। सर्वोत्तम गुणवत्ता और बॉम्बे बोल्ड की कीमतें 30 और 35 रुपये कम होकर 2,400-2,500 रुपये और 2,550-2,650 रुपये प्रति 20 किलोग्राम हो गयी है।
धनिया वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 6,540-6,700 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। देश भर की अधिकांश मंडियों में धनिया की कीमतें स्थिर रहीं है लेकिन गोंडल मंडी में मसाला की कीमतें 20-25 रुपये प्रति 20 किलोग्राम घट गयी। रामगंज में बादामी और ईगल की किस्में क्रमशः 50 रुपये और 200 रुपये बढ़कर 5,650-5,850 रुपये और 5,900-6,100 रुपये प्रति क्विंटल हो गयी। कोटा मंडी में 2,500 बैग की आवक दर्ज की गयी, जबकि ईगल और बादामी किस्मों की कीमत क्रमशः 5,500-5,700 रुपये और 5,200-5,500 रुपये प्रति क्विंटल रही है। (शेयर मंथन, 18 सितंबर 2020)
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