सोयाबीन वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 5,550-5,750 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने के कारण सीबोट में अमेरिकी सोयाबीन वायदा की कीमतों में दो सप्ताह के उच्च स्तर से कल गिरावट हुई है।
डॉलर सूचकांक प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मंगलवार का दो सप्ताह के उच्चतम स्तर को पार कर गया जबकि अमेरिकी ट्रेजरी को यील्ड कम हो गयी है क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कांग्रेस का बताया कि मुद्रास्फीति हाथ से बाहर नहीं निकलेगी।
सोया तेल वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 1,280-1,300 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है और सीपीओ वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 1,170-1,110 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। ऐसी खबर है कि सरकार की कीमतों को कम करने के लिए खाद्य तेल पर आयात शुल्क कम कर सकती है, जो वर्तमान में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर है। खाद्य, वाणिज्य, कृषि, राजस्व, वाणिज्य, उपभोक्ता मामलों के विभागों के सचिवों और विदेश व्यापार महानिदेशालय की एक अंतर-मंत्रालयीस समिति ने खाद्य तेलों और अन्य वस्तुओं के शुल्क ढाँचे की बारीकी से निगरानी की है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में, खाद्य तेलों से संबंधित एक खबर है कि यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों और कोरोना वायरस की महामारी के कारण मलेशिया के पॉम आधारित बायोडीजल का निर्यात 2017 के बाद से इस साल गिरकर सबसे कम रहने की संभावना है। यूरोपीय संघ में मलेशिया और इंडोनेशिया के पॉम मिथाइल एस्टर (पीएमई) का निर्यात लगभग 80% होता है, जो बायोडीजल का जैव घटक है जो पॉम तेल से आता है।
सरसों वायदा (अप्रैल) की कीमतें 5,700-5,850 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। हाजिर बाजारों में सरसों की फसल की ताजा आवक में तेजी रही। देश भर के प्रमुख बाजारों में सरसों की आवक 1.06 मिलियन बैग (1 बैग= 85 किलोग्राम) रही है। जयपुर में, बेंचमार्क बाजार, सरसों की कीमतें 6,050-6,055 रुपये प्रति 100 किलोग्राम के दायरे में बिक रही हैं। (शेयर मंथन, 24 मार्च 2021)
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