सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों के 6,900-7,150 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
ऑल इंडिया पोल्ट्री ब्रीडर्स एसोसिएशन (एआईपीबीए) ने घरेलू बाजार में सोयाबीन की बढ़ी कीमतों के प्रभाव का हवाला देते हुये सरकार से इस साल सितंबर तक फीड मिलों द्वारा 12 लाख टन सोयामील के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति देने का आग्रह किया है। साथ ही मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान की सरकारों को सोयाबीन को आवश्यक वस्तु घोषित करने और सभी गोदाम मालिकों को स्टॉक उपलब्ध कराने का निर्देश देने का भी आग्रह किया है। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेंड सोयाबीन वायदा की कीमतें लगभग एक महीने में सबसे निचले स्तर पर लुढ़कगई क्योंकि बारिश के कारण हाल ही में यू.एस. मिडवेस्ट खेतों में सोयाबीन की फसल के बेहतर रहने की संभावना है। सीबीओटी जुलाई सोयाबीन 3-1 प्रति 2 सेंट की गिरावट के साथ 15.22-3-4 प्रति बुशल पर बंद हुआ।
आरएम सीड वायदा (जून) की कीमतों के 6,890-7,100 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। इस सप्ताह के अंत में माल और सेवा कर (जीएसटी) परिषद की बैठक से पहले, केंद्रीय तेल उद्योग और व्यापार संगठन (सीओओआईटी), वनस्पति तेल और तिलहन क्षेत्र के एक शीर्ष निकाय, ने सरकार से सरसों पर 5 प्रतिशत जीएसटी हटाने का आग्रह किया।
सरसों का तेल किसानों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए फायदेमंद है। सीओओआईटी ने सरकार से बीपीएल कार्ड धारकों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से वितरित करने के साथ-साथ बाजार के हस्तक्षेप के लिए, यदि आवश्यक हो, तो इसे भारतीय निर्माताओं से खरीदकर खाद्य तेलों का बंपर स्टॉक बनाने का भी आ“वान किया।
सोया तेल वायदा (जून) की कीमतों के 1,395-1,415 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी के कारण सीपीओ वायदा (जून) की कीमतों के 1,165-1,185 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। (शेयर मंथन, 25 मई 2021)
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