बेहतर माँग के कारण कॉटन वायदा (नवंबर) की कीमतों में कल 3.5% की उछाल दर्ज की गयी है।
उम्मीद है कि यह 33,350 रुपये पर सहारा के साथ 34,000 रुपये के स्तर तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। सीसीआई ने सोमवार को कपास ब्रिकी के लिए अपनी दरों में 1,000 रुपये प्रति कैंडी की वृद्धि की है जबकि पिछले दो सप्ताह में कपास की ब्रिकी के लिए अपनी दरों में 4,500 रुपये प्रति कैंडी से अधिक की वृद्धि की है। इसके अलावा, बेसमौसम बारिश और ओलावृष्टी के कारण कपास की फसल क्षतिग्रस्त हो गयी, जिससे गुणवत्ता और नयी फसल की आवक प्रभावित हुई है। हाल ही में, सीएआई ने 2020-21 में कपास के अपने अंतिम अनुमान को पिछले वर्ष की तुलना में 7.13 लाख गांठ घटाकर 360.13 लाख गांठ कर दिया है। उच्चा स्तर पर मुनाफ वसूली के कारण ग्वारसीड वायदा (नवंबर) कीमतों में कल गिरावट हुई है। अब कीमत 6,600 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 6,400 रुपये तक गिरावट है सकती है।
अरंडी तेल और अरंडीमील की लगातार निर्यात माँग के कारण इस सीजन में कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 6 महीनों के लिए अरंडीमील का निर्यात पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 16% अधिक हुआ है, जबकि जुलाई अगस्त 2021 में अरंडी का तेल निर्यात पिछले वर्ष की तुलना में कम रहा है। गुजरात में रकबा अच्छा होने से आने वाले सीजन में अधिक उत्पादन की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 02 नवंबर 2021)
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