कच्चे तेल की कीमतें उछाल के साथ खुल कर 4,160 रुपये तक पहुँच सकती है।
अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में बढ़ोतरी की संभावना से तेल की कीमतों में आज गिरावट हुई है, लेकिन तेल उत्पादन में कटौती को लंबे समय तक जारी रखने के ओपेक के प्रयासों के साथ सहयोग करने के रूसी सरकार के बयान के बाद गिरावट सीमित रही। अमेरिकी औद्योगिक समूह एपीआई ने कहा है कि पिछले हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में गिरावट हुई है। क्योंकि रिफाइनरियों ने तेल उत्पादन में बढ़ोतरी की है। ओपेके और रूस लंबी अवधि के समझौते पर काम कर रहे है, जिसके तहत तेल उत्पादक देश कई वर्ष तक तेल उत्पादन में कटौती जारी रख सकते हैं। नेचुरल गैस वायदा की कीमतों को लिए 178 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है। अमेरिका में अप्रैल के पहले हफ्ते में अधिक ठंड होने के अनुमान के बाद गैस माँग में बढ़ोतरी होने की संभावना से कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन अधिक उत्पादन अनुमान के कारण कीमतों की बढ़त पर रोक लग सकती है। (शेयर मंथन, 04 अप्रैल 2018)