बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमीत दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।
तांबे की कीमतें 514 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 506 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। अमेरिकी डॉलर इंडेक्स के मजबूत होने के कारण आज शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में नरमी है जबकि निवेशकों की नजर संयुक्त राज्य अमेरिका में राजकोषीय प्रोत्साहन योजना और अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते तनाव पर है। एलएमई में मिला-जुला कारोबार हो रहा है। केवल तांबे की कीमतों में कल की बढ़त जारी है। संयुक्त राज्य अमेरिका में राजकोषीय प्रोत्साहन योजना को लेकर अनिश्चितता के कारण अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में बढ़त देखी जा रही है और बेस मेटल की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। चीन की ओर से तांबे के आयात में बढ़ोतरी के कारण कल तांबे की कीमतों में उछाल दर्ज की गयी थी। जुलाई में चीन में कच्चे तांबे के आयात (एनोड और कैथोड्स) में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 81% की वृद्धि के साथ 762,211 टन और जून की तुलना में 16% की वृद्धि हुई है।
जिंक की कीमतें 192 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 186 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 149 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 154 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। फिलीपींस में भारी बारिश के कारण आपूर्ति को लेकर चिंता के कारण निकल की कीमतें 1,065 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,110 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। इस वर्ष वैश्विक स्तर पर प्राथमिक निकल बाजार में 2019 में 33,000 टन की कमी की तुलना में 100,000 टन सरप्लस है जो 2015 के बाद से बाजार का पहली बार सरप्लस है।
एल्युमीनियम की कीमतें 144 रुपये के पास सहारा के साथ 149 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। एंटाइके के अनुसार 2020 में चीन में एल्युमीनियम खपत 1.7% की कमी के साथ 36 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछला अनुमान 36.6 मिलियन टन का था। (शेयर मंथन, 11 अगस्त 2020)