बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ एक दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।
तांबे (अक्टूबर) की कीमतें 526 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 535 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। शंघाई में आज बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान है और एलएमई में कीमतों में मिला-जुला रुझान है जबकि निवेशक आगे के राजकोषीय प्रोत्साहन और यूरोप में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों पर पैनी नजर रखे हुये हैं। शीर्ष आयातक चीन में अधिक माँग की संभावना और अमेरिकी स्टीमुलस पर वार्ता जारी रहने के कारण लंदन में आज तांबे की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। अगस्त में, दुनिया के धातुओं का शीर्ष उपभोक्ता चीन में औद्योगिक उत्पादन के आँकड़ों में आठ महीनों में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है। प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेट 2.2 ट्रिलियन डॉलर के कोरोना वायरस प्रोत्साहन पैकेज पर काम कर रहे हैं। जाम्बिया के वित्त मंत्री बवल्या नंदू ने शुक्रवार को संसद में दिये गये एक बजट भाषण में कहा कि उनका देश तांबे के अयस्कों पर आयात शुल्क को हटा देगा और स्थानीय प्रसंस्करण को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। अफ्रीका के दूसरे सबसे बड़े तांबा उत्पादक ने कीमतों में गिरावट के कारण वर्ष की पहली छमाही में तांबे से निर्यात आय 14.8% गिरकर 2.3 बिलियन डॉलर रह गयी।
जिंक (अक्टूबर) की कीमतें 185 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 189 रुपये, लेड (अक्टूबर) की कीमतें 144 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 148 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल (अक्टूबर) की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,035 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,070 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है।
एल्युमीनियम (अक्टूबर) की कीमतें 142 रुपये के पास सहारा के साथ 145 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। कस्टम विभाग के आँकड़ों के अनुसार, चीन ने अगस्त में लगातार दूसरे महीने आयात की तुलना में अधिक निर्यात किया है और कुल आयात 11 महीने के उच्च स्तर 429,464 टन पर पहुँच गया है। (शेयर मंथन, 28 सितंबर 2020)