जब शेयर बाजार में लगातार तेजी बनी हुई हो और दिग्गज शेयरों से ज्यादा उछाल छोटे-मँझोले शेयरों में हो, तो वैल्यू इन्वेस्टिंग यानी कम मूल्यांकन वाले अच्छे शेयरों को चुनने की रणनीति पर चलने वाले फंडों का प्रदर्शन अन्य आक्रामक फंडों से कुछ कमतर ही नजर आता है।
मगर लंबी अवधि के निवेशकों के लिए वैल्यू इन्वेस्टिंग की एक अलग ही अहमियत है। यदि आप अपने पोर्टफोलिओ में ऐसी रणनीति पर चलने वाले एक बेहतर फंड की तलाश में हैं तो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल टॉप 100 पर विचार कर सकते हैं।
इस फंड की निवेश प्रक्रिया, सुगठित पोर्टफोलिओ और खास कर इसके प्रबंधन को पसंद करते हुए ही हाल में मॉर्निंगस्टार ने इस फंड के लिए अपनी रेटिंग को सिल्वर से बदल कर गोल्ड कर दिया है। इस फंड के मुख्य प्रबंधक शंकरन नरेन के बारे में मॉर्निंगस्टार की रिपोर्ट कहती है कि हम नरेन को इस उद्योग में सर्वोच्च क्षमता वाले निवेश पेशेवरों में से एक मानते हैं। नरेन ने अलग ढंग से सोचने और ऊँचा प्रतिफल दे सकने वाले शेयरों को चुनने की अपनी योग्यता से स्वयं को एक दक्ष पोर्टफोलिओ मैनेजर के रूप में साबित किया है। हमें लंबी अवधि के निवेश की उनकी विशिष्ट शैली पसंद है, जिसने अलग-अलग चक्रों में भी शीर्ष चतुर्थक वाला प्रदर्शन किया है।
इस फंड में अधिकतम हिस्सा दिग्गज (लार्जकैप) शेयरों का है और उसमें भी वैल्यू शेयरों की ओर झुकाव ज्यादा है। शेयरों के चयन में टॉप डाउन नजरिया अपनाया जाता है, यानी पहले निवेश के लायक क्षेत्र पहचानने के बाद उस क्षेत्र के शेयरों को चुना जाता है। मगर शेयर का बुनियादी रूप से बॉटम अप विश्लेषण भी इस फंड की निवेश प्रक्रिया का एक खास अंग है। बाजार से विपरीत चलते हुए किसी शेयर को चुनना भी नरेन की शैली की खासियत है, हालाँकि इसके चलते छोटी अवधि में प्रदर्शन हल्का पड़ता है।
लार्जकैप फंडों की श्रेणी में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल टॉप 100 शीर्ष चतुर्थक (टॉप क्वार्टाइल) में बना रहता है। हालाँकि कुछ वेबसाइटों में इसे मल्टीकैप श्रेणी में रखा गया है, जबकि इसका लगभग 80% पोर्टफोलिओ लार्जकैप शेयरों का ही है। मल्टीकैप फंडों के बीच रखे जाने पर मौजूदा समय में इसका प्रदर्शन कमजोर दिखता है, क्योंकि खास कर बीते एक साल में छोटे-मँझोले शेयरों का प्रदर्शन दिग्गज शेयरों से काफी तेज रहा है। ऐसे में जिन मल्टीकैप फंडों के पोर्टफोलिओ में छोटे-मँझोले की हिस्सेदारी ज्यादा होगी, उनका प्रदर्शन ऊँचा होगा। मगर बाजार में किसी उतार-चढ़ाव की स्थिति में इन फंडों का प्रदर्शन गिरने का जोखिम भी उसी अनुपात में ज्यादा होगा।
मॉर्निंग स्टार ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि इस फंड का टर्नओवर रेश्यो नीचा है, जो इस फंड की टीम के धैर्य और अपनी निवेश प्रक्रिया के परिणाम के बारे में भरोसे को दिखाता है। टर्नओवर रेश्यो कम होने का मतलब यह है कि फंड बहुत जल्दी-जल्दी शेयरों की खरीद-बिक्री करके अपने पोर्टफोलिओ में बदलाव नहीं करता है। मॉर्निंग स्टार का कहना है कि इस कारण फंड ने लंबी अवधि में प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर रिस्क ऐडजस्टेड रिटर्न दिया है। इस फंड ने बाजार में गिरावट के दौरान भी अपनी श्रेणी के समकक्ष फंडों से बेहतर प्रदर्शन किया है और इस तरह निवेशकों को गिरावट के जोखिम से सुरक्षा दी है। मॉर्निंग स्टार का कहना है कि इस फंड के लिए कभी-कभी मुश्किल तिमाहियाँ आ सकती हैं, क्योंकि इसका झुकाव वैल्यू की ओर है, मगर नरेन के नेतृत्व में इस फंड से लंबी अवधि में अच्छा प्रतिफल मिलने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 15 जनवरी 2018)
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