मेरे विचार से भारतीय शेयर बाजार छोटी अवधि में कमजोर लग रहा है, जिसमें एक तीखी गिरावट संभव है।
अगले छह महीनों के लिए भारतीय बाजार पर असर डालने वाला सबसे प्रमुख पहलू कच्चे तेल और वैश्विक अर्थव्यवस्था को माना जा सकता है। यहाँ से एक साल में भारतीय बाजार की चाल वैश्विक बाजारों से धीमी रह सकती है।
अभी इन स्तरों से ज्यादा बढ़त की गुंजाइश नहीं लगती और अगले छह महीनों में सेंसेक्स का लक्ष्य 27,000 और निफ्टी का लक्ष्य 8150 का दिखता है। हालाँकि साल भर में सेंसेक्स का लक्ष्य 32,500 और निफ्टी का लक्ष्य 9800 का हो सकता है। नीचे की ओर निफ्टी अगले 12 महीनों के दौरान 6,800 के स्तर तक भी फिसल सकता है।
मेरा अनुमान है कि सेंसेक्स की प्रति शेयर आय (ईपीएस) साल 2015-16 में लगभग 1600 रुपये और इसके अगले साल 1872 रुपये रह सकती है। इस तरह 2016-17 में सेंसेक्स ईपीएस में लगभग 17% बढ़ोतरी दिख सकती है। आनंद टंडन, निदेशक, ग्रिफन इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स (Anand Tandon, Director, Gryffon Investment Advisors)
(शेयर मंथन, 21 जून 2015)
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