भारतीय बाजार के लिए प्रमुख चिंता यह है कि पिछले कुछ समय के दौरान यह काफी तेजी से ऊपर चढ़ा।
हालाँकि भारतीय विकास की कहानी इसका सबसे सकारात्मक पक्ष है। अगले छह महीनों के नजरिये से बाजार में अभी सबसे ज्यादा ध्यान इस बात पर है कि मानसून कैसा रहता है। फिलहाल इस समय भारतीय बाजार में दोनों दिशाओं में काफी अच्छे कारोबारी अवसर दिखते हैं।
अगले छह महीनों के लिए सेंसेक्स का लक्ष्य 28,500 का और निफ्टी का लक्ष्य 8700 का दिखता है। अगर साल भर की भी बात करें तो इन स्तरों से आगे की संभावना कम है। अगले 12 महीनों में निफ्टी का शिखर 8700 के पास ही रह सकता है। उपभोक्ता क्षेत्र के शेयरों का प्रदर्शन आगे चल कर बाजार से तेज रह सकता है, जबकि बुनियादी ढाँचा क्षेत्र के शेयर कमजोर रह सकते हैं। मेरे चुनिंदा शेयरों में इस समय आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, ब्रिटैनिया, कोलगेट और नेस्ले प्रमुख हैं।
सेंसेक्स को 35,000 का स्तर छूने में साल 2018 तक का समय लग सकता है, जबकि 40,000 का स्तर 2025 तक आ सकता है। वहीं 50,000 तक पहुँचने में सेंसेक्स को साल 2040 तक समय लग सकता है। प्रकाश गाबा, तकनीकी विश्लेषक (Prakash Gaba, Technical Analyst)
(शेयर मंथन, 21 जून 2015)
Add comment