टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम ने 22 मई को घोषणा की कि उसे सरकारी स्वामित्व वाली दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) से 15,000 करोड़ रुपये (लगभग 1.8 अरब डॉलर) से अधिक का अग्रिम खरीद आदेश (APO) मिला है।
भारत के सबसे बड़े सॉफ्टवेयर निर्यातक टीसीएस के लिए यह सौदा ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और यूरोप जैसे इसके प्रमुख बाजार मंदी की आहट से सहमे हुए हैं। कंपनी ने बंबई शेयर बाजार (BSE) को दी नियामकीय सूचना में जानकारी दी है कि टीसीएस बीएसएनएल के लिए पूरे भारत में 4जी का नेटवर्क स्थापित करेगी।
कंसोर्टियम में टाटा समूह की दूरसंचार गियर बनाने वाली कंपनी तेजस नेटवर्क्स (Tejas Networks) शामिल है, जो रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) उपकरणों की आपूर्ति और सेवा के लिए जिम्मेदार होगी। टीसीएस के साथ-साथ इस परियोजना के लिए सरकारी आईटीआई लिमिटेड को भी एपीओ जारी किया गया था। विश्लेषकों के मुताबिक सौदे के मूल्य का करीब 20% आईटीआई को जाएगा। इस सौदे से टीसीएस की आय बढ़ेगी, लेकिन इसमें अन्य कंपनियों के शामिल होने से मार्जिन में भी कमी आ सकती है।
इस सौदे पर पिछले साल सितंबर से बातचीत चल रही थी। जुलाई 2022 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीएसएनएल के लिए 1.64 लाख करोड़ रुपये के पुनरुद्धार पैकेज को मंजूरी दी थी, जिसमें 43,964 करोड़ रुपये का नकद समर्थन और 1.20 लाख करोड़ रुपये का गैर-नकद समर्थन शामिल था।
पैकेज के तीन मुख्य तत्व थे - बीएसएनएल सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, बैलेंस शीट पर दबाव कम करना और भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड (BBNL) के साथ विलय के माध्यम से फाइबर पहुँच का विस्तार करना। यह टीसीएस-आईटीआई सौदा उसी पैकेज का हिस्सा होने की संभावना है। बीएसएनएल की 4जी सेवाओं को 100,000 टावरों या साइटों पर शुरू किए जाने की उम्मीद है।
(शेयर मंथन, 22 मई 2023)