सरकारी ऋणदाता देना बैंक (Dena Bank) का शेयर आज 52 हफ्तों के निचले स्तर तक फिसल गया है।
दरअसल एनपीए में जोरदार बढ़ोतरी के कारण 2018 की जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक का घाटा दोगुने से अधिक रहा। एनपीए बढ़ने के कारण ही आऱबीआई (RBI) ने त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई शुरू करते हुए देना बैंक पर नये ऋण जारी करने और नयी भर्ती करने पर रोक लगा दी है।
गौरतलब है कि 2016-17 की चौथी तिमाही के मुकाबले 2017-18 की समान अवधि में देना बैंक का शुद्ध घाटा 575.26 करोड़ रुपये से बढ़ कर 1,225.42 करोड़ रुपये और शुद्ध एनपीए 7,735.12 करोड़ रुपये (10.66%) के मुकाबले 7,838.78 करोड़ रुपये (11.95%) हो गयी। वहीं इसकी ब्याज आमदनी 2,297.11 करोड़ रुपये से गिर कर 2,067.38 करोड़ रुपये और कुल आमदनी 2,612.08 करोड़ रुपयेके मुकाबले 2,390.68 करोड़ रुपये रह गयी।
पूरे वर्ष में देखें तो बैंक का घाटा 2016-17 में 935.32 करोड़ रुपये के मुकाबले 2017-18 में 1,923.15 करोड़ रुपये रहा।
बीएसई में देना बैंक का शेयर पिछले बंद 18.45 भाव के मुकाबले आज 18.30 रुपये पर खुला औऱ 16.15 रुपये के 52 हफ्तों के निचले स्तर तक गिरा। इसके बाद 11.35 बजे के आस-पास यह 1.55 रुपये या 8.40% की कमजोरी के साथ 16.90 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 14 मई 2018)
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