हाउसिंग फाइनेंस कंपनी डीएचएफएल (DHFL) के शेयर भाव में करीब 11% की मजबूती आयी।
दरअसल कंपनी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट फर्म टीपी ओस्तवाल ऐंड एसोसिएट्स के हवाले से एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें डीएचएफएल द्वारा किये गये 35,000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में कंपनी को क्लिन चिट दी गयी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि डीएचएफएल उन 26 में किसी शेल कंपनी की प्रमोटर नहीं रही, जिन पर घोटाले के आरोप हैं। रिपोर्ट में डीएचएफएल के शेल कंपनियों की मदद से फंड को डायवर्ट न किये जाने का भी जिक्र किया गया है।
दरअसल खोजी पत्रकारिता के लिए मशहूर वेबसाइट कोबरापोस्ट (Cobrapost) ने जनवरी 2019 में कंपनी के प्रमोटरों पर हजारों करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। डीएचएफएल ने इन आरोपों को बुरे इरादे से कंपनी की छवि को खराब करने वाला कहा था।
कोबरापोस्ट ने दावा किया था कि डीएचएफएल के प्रमोटरों और सहायक कंपनियों ने शेल कंपनियों के जरिये लोगों को धोखा देकर 31,000 करोड़ रुपये जुटाये हैं।
बीएसई में डीएचएफएल का शेयर 134.00 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले वृद्धि के साथ 147.40 रुपये पर खुल कर कारोबार के दौरान 160.80 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा। अंत में यह 14.50 रुपये या 10.82% की मजबूती के साथ 148.50 रुपये पर बंद हुआ। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 4,660.27 करोड़ रुपये है। वहीं पिछले 52 हफ्तों में कंपनी के शेयर का सर्वाधिक भाव 690.00 रुपये और निचला स्तर 97.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 06 मार्च 2019)
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