बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) को वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में 72.4 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है।
इसके मुकाबले बैंक 2017-18 की समान अवधि में 113.5 करोड़ रुपये के घाटे में रहा था। बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 880.8 करोड़ रुपये के मुकाबले 13.5% की बढ़ोतरी के साथ 999.9 करोड़ रुपये रही। जानकारों के अनुमान से बेहतर नतीजों को एनपीए में सुधार से काफी लाभ मिला है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र का शुद्ध एनपीए अनुपात 11.24% से घट कर 5.52% रह गया, जो ठीक पिछली तिमाही में 5.92% रहा था। वहीं बैंक का सकल एनपीए अनुपात 19.48% के मुकाबले 16.40% रह गया, जो ठीक पिछली तिमाही के दौरान 17.31% था।
इसके अलावा अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 4,421.6 करोड़ रुपये के मुकाबले जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रोविजन 414.8 करोड़ रुपये के रह गये। इसका भी बैंक के नतीजों पर काफी सकारात्मक असर पड़ा।
इस बीच बीएसई में बैंक ऑफ महाराष्ट्र का शेयर 19.30 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में मजबूती के साथ 19.90 रुपये पर खुल कर शुरुआती कारोबार में ही 20.00 रुपये के 52 हफ्तों के शिखर तक चढ़ा। मगर इसके बाद बैंक के शेयरों में बिकवाली भी हुई। करीब 10.35 बजे बैंक के शेयरों में 0.89 रुपये या 4.61% की गिरावट के साथ 18.41 रुपये के भाव पर कारोबार हो रहा है। इस भाव पर बैंक की बाजार पूँजी 4,781.16 करोड़ रुपये है। (शेयर मंथन, 30 अप्रैल 2019)
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