2018 की अप्रैल-जून तिमाही के मुकाबले 2019 की समान तिमाही में सरकारी तेल-गैस कंपनी इंडियन ऑयल (Indian Oil) के मुनाफे में 47.36% की गिरावट दर्ज की गयी।
कंपनी का मुनाफा 6,831.13 करोड़ रुपये से घट कर 3,596.11 करोड़ रुपये रह गया। साल दर साल आधार पर ही अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की शुद्ध आमदनी 1,49,746.88 करोड़ रुपये के मुकाबले लगभग सपाट 1,50,135.20 करोड़ रुपये रही।
गौरतलब है कि कंपनी का औसत सकल रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) 10.21 डॉलर प्रति बैरल के मुकाबले गिर कर 4.69 डॉलर प्रति बैरल रह गयी। तिमाही दर तिमाही आधार पर इसका एबिटा 23.2% घट कर 8,349.8 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन करीब 200 आधार अंकों की गिरावट के साथ 5.5% रह गया।
मुनाफे और जीआरएम में गिरावट के बावजूद इंडियन ऑयल के नतीजे जानकारों के अनुमान से बेहतर रहे हैं। प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इंडियन ऑयल के नतीजों पर टिप्पणी में कहा है कि उच्च जीआरएम और मार्केटिंग सेगमेंट में अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन से कंपनी का मुनाफा अंदाजे से ज्यादा रहा। ब्रोकिंग फर्म इंडियन ऑयल के लिए 1,703.7 करोड़ रुपये के मुनाफे का अंदाजा लगाया था।
दूसरी ओर बीएसई में इंडियन ऑयल का शेयर 139.30 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में आज 138.25 रुपये पर खुलने के बाद नीचे की ओर 137.30 रुपये तक गिरा है।
करीब सवा 10 बजे कंपनी का शेयर 0.90 रुपये या 0.65% की कमजोरी के साथ 138.40 रुपये पर चल रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 1,34,411.45 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 171.55 रुपये और निचला स्तर 105.65 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 01 अगस्त 2019)
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