प्रमुख दूरसंचार सेवा प्रदाता भारती एयरटेल (Bharti Airtel) को अप्रैल-जून तिमाही में 2,866 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।
इसके मुकाबले पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में कंपनी 97.3 करोड़ रुपये के मुनाफे में रही थी। एयरटेल का घाटा जानकारों के अनुमान से काफी अधिक रहा। प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने 1,099 करोड़ रुपये के घाटे का अनुमान लगाया था।
साल दर साल आधार पर ही अप्रैल-जून तिमाही में एयरटेल की कुल आमदनी 19,799.2 करोड़ रुपये से 5% बढ़ोतरी के साथ 20,737.9 करोड़ रुपये और घरेलू वायरलेस कारोबार 4.1% की वृद्धि के साथ 10,724 करोड़ रुपये रही। कंपनी का एबिटा 6,837 करोड़ रुपये से 24% बढ़ कर 8,492.6 करोड़ रुपये रहा। एयरटेल की प्रति उपभोक्ता औसत आमदनी (एआरपीयू) 105 रुपये से 22.6% की बढ़ोतरी के साथ 129 रुपये की रही, जो किसी भी दूरसंचार के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। बता दें कि अप्रैल-जून तिमाही में जियो की एआरपीयू 122 रुपये और वोडाफोन की 108 रुपये रही थी।
एयरटेल के घरेलू नेटवर्क पर कुल इंटरनेट एमबी खर्च में भी बढ़ोतरी हुई है, जो कि 2,15,064.5 करोड़ से 94.9% अधिक 4,19,171.5 करोड़ रही। एयरटेल अफ्रीका की आमदनी (डॉलर में) साल दर साल आधार पर ही 10% की बढ़ोतरी के साथ 80.2 करोड़ डॉलर रही।
उधर बीएसई में भारती एयरटेल का शेयर 323.95 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले मजबूती के साथ 327.20 रुपये पर खुला। करीब साढ़े 11 बजे कंपनी के शेयरों में 11.70 रुपये या 3.61% की कमजोरी के साथ 335.65 रुपये के भाव पर सौदे हो रहे हैं। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 1,72,221.72 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 371.00 रुपये और निचला स्तर 254.29 रुपये रहा। (शेयर मंथन, 02 अगस्त 2019)
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