खबरों के अनुसार सरकारी तेल-गैस कंपनी इंडियन ऑयल (Indian Oil) अगले 5-7 सालों में 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
कंपनी यह निवेश विविध उपयोगकर्ता समूहों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। मौजूदा समय में इंडियन ऑयल अपनी 11 रिफाइनरियों के माध्यम से भारत की 50 लाख बैरल प्रति दिन (बीपीडी) शोधन क्षमता के एक तिहाई हिस्से का नियंत्रण करती है।
इंडियन ऑयल 2 लाख करोड़ रुपये के निवेश से अपनी पेट्रोकेमिकल क्षमता बढ़ायेगी, जबकि अतिरिक्त 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश कंपनी देश में शहर गैस वितरण परियोजनाओं के विस्तार के लिए करेगी।
उधर इंडियन ऑयल का शेयर कमजोर स्थिति में है। बीएसई में इंडियन ऑयल का शेयर 125.75 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले सुबह कमजोरी के साथ 125.05 रुपये पर खुल कर कारोबार के दौरान करीब सवा 2 बजे 122.25 रुपये के निचले स्तर तक फिसला है।
ढाई बजे के करीब कंपनी के शेयरों में 3.20 रुपये या 2.54% की कमजोरी के साथ 122.55 रुपये के भाव पर कारोबार हो रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 1,19,018.23 करोड़ रुपये की है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 170.40 रुपये और निचला स्तर 105.65 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 28 अगस्त 2019)
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