तेल-गैस से लेकर रिटेल और टेलीकॉम जैसे क्षेत्रों में सक्रिय देश की प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी कंसोलिडेटेड तिमाही आमदनी में सालाना आधार पर गिरावट दर्ज की है, पर ठीक पिछली तिमाही की तुलना में सुधार दिखाया है।
अक्टूबर-दिसंबर 2020 की तिमाही में रिलायंस की कंसोलिडेटेड आमदनी (रेवेन्यू) 137,829 करोड़ रुपये रही। यह ठीक पिछली तिमाही से 7.4% अधिक और पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही से 18.6% कम है। यदि इस तिमाही में कंपनी की कामकाजी आमदनी (रेवेन्यू फ्रॉम ऑपरेशंस) को देखें तो यह साल-दर-साल 21.1% गिरावट और तिमाही-दर-तिमाही 6.7% वृद्धि के साथ 123,997 करोड़ रुपये रही।
बीती तिमाही में रिलायंस ने 14,894 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (विशेष मदों के बाद) दिखाया है, जो जुलाई-सितंबर 2020 में हासिल 10,602 करोड़ रुपये की तुलना में 40.5% अधिक है। सालाना आधार पर इसमें 25.8% की बढ़त दर्ज की गयी।
अपने अलग-अलग व्यवसायों के प्रदर्शन को दिखाते हुए रिलायंस ने बताया है कि जियो प्लेटफॉर्म्स ने बीती तिमाही में 5.3% की वृद्धि के साथ 22,858 करोड़ रुपये की आमदनी हासिल की है। जियो का तिमाही शुद्ध लाभ पिछली तिमाही से 15.5% बढ़ कर 3,489 करोड़ रुपये हो गया। जियो के ग्राहकों की संख्या इस तिमाही में 52 लाख बढ़ कर 41.08 करोड़ हो गयी। इसकी प्रति ग्राहक औसत आय (एआरपीयू) भी 145.0 रुपये से बढ़ कर 151.0 रुपये हो गयी।
हालाँकि रिलायंस रिटेल की तिमाही आय 7.9% घट कर 37,845 करोड़ रुपये पर आ गयी। इसके बावजूद इसका शुद्ध लाभ 88.1% बढ़ कर 1,830 करोड़ रुपये रहा। बीती तिमाही में रिलायंस रिटेल ने 327 नये स्टोर खोले।
कंपनी ने अपने सबसे प्रमुख तेल-रसायन (ऑयल-टू-केमिकल) कारोबार की आमदनी तीसरी तिमाही में 83,838 करोड़ रुपये दर्शायी है, जो ठीक पिछली तिमाही से 10.0% अधिक है। इस श्रेणी में एबिटा आय 10.3% बढ़ कर 9,756 करोड़ रुपये हो गयी। इस व्यवसाय का एबिटा मार्जिन 11.6% पर स्थिर रहा। (शेयर मंथन, 22 जनवरी 2021)
Add comment