वेदांता कारोबार विस्तार पर 150 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी।
कंपनी यह निवेश ऑयल, जिंक और स्टील कारोबार में करेगी। कंपनी की आज हुई बोर्ड बैठक में 68.7 करोड़ डॉलर नए कुएं के ड्रिलिंग के लिए निवेश को मंजूरी मिली है। यह रकम ऑयल कुएं , उनके विकास और एक्सप्लोरेशन पर खर्च किए जाएंगे। केर्न ऑयल एंड गैस कारोबार की पहली प्राथमिकता निकट भविष्य में एक्सप्लोरेशन के जरिए संसाधन का विकास करना है। इसके अलावा 36 करोड़ डॉलर राजस्थान के सभी ब्लॉक जैसे मंगला, भाग्यम,ऐशवरिय बाड़मेर और पूर्वोतर ऑफशोर के रेवा में में निवेश किया जाएगा। कंपनी ने पिछले कुछ सालों में ओपन एकरेज लाइसेंस पॉलिसी (OALP) के तहत कुछ ब्लॉक जीता है।
इसके अलावा बोर्ड ने दक्षिण अफ्रीका के गैम्सबर्ग जिंक प्रोजेक्ट के दूसरे चरण के विस्तार पर 46.6 करोड़ डॉलर निवेश को भी मंजूरी दी है। कंपनी की निवेश के जरिए क्षमता बढ़ाकर सालाना 80 लाख टन का उत्पादन करना है।इसका मकसद सालाना 2 लाख टन अतिरिक्त एमआईसी जिंक का उत्पादन करना है। इस प्रोजेक्ट का सामाजिक आर्थिक असर भी बड़े स्तर पर दिखेगा और वेदांता दक्षिण अफ्रीका का सबसे बड़ा जिंक उत्पादक बन जाएगा।
साथ ही स्टील कारोबार के विस्तार पर 34.8 करोड़ डॉलर निवेश को मंजूरी मिली है। कंपनी यह निवेश अपने सब्सिडियरी ईएसएल स्टील लिमिमिट के विस्तार पर करेगी। इसके तहत ब्लास्ट फर्नेस, पेलेट प्लांट, ऑक्सीजन प्लांट और दूसरे सहायक इंफ्रास्ट्र्क्चर विकसित करने के लिए किया जाएगा। इसके तहत प्लांट का अपग्रेडेशन भी किया जाएगा। (शेयर मंथन, 25 मार्च 2022)
Add comment