अदाणी समूह पर हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट से शुरू हुआ विवाद जल्द शांत होता नजर नहीं आ रहा है। इस रिपोर्ट ने देश के सियासी हलकों और अर्थ जगत में हलचल मचा दी है। बाजार के जानकार बसंत माहेश्वरी का कहना है कि हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट को भारत में प्रतिबंधित बैन करने का कोई मतलब नहीं बनता है। ऐसी सलाह देने वाले लोग इस मसले की गहराई से अनभिज्ञ हैं।
बसंत माहेश्वरी वेल्थ एडवाइजर्स के सह-संस्थापक बसंत माहेश्वरी ने अदाणी समूह के शेयरों में आयी गिरावट के बारे में कहा, ‘अदाणी समूह की जिन कंपनियों के शेयर गिर रहे हैं, वो या तो मौजूदा स्तरों से नीचे जाएँगे या उससे ऊपर पुराने सर्वोच्च स्तरों की तरफ जाएँगे। मैं ये जरूर कहना चाहता हूँ कि इन सारे स्टॉक्स में अभी तकलीफ बहुत है और राजनीतिक मसला भी हो गया है।’ अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से भारतीय बाजार में घमासान मच गया और तेज गिरावट दर्ज की गयी। अदाणी समूह के शेयरों के भाव भी धड़ाम हो गये।
बसंत माहेश्वरी ने बताया कि कुछ लोगों का मानना है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को भारत में प्रतिबंधित कर देने से भारत इस मसले से बाहर निकल आयेगा। उन्होंने कहा, ‘हिंडनबर्ग की रिपोर्ट भारत में ही प्रतिबंधित की जा सकती है। लेकिन फ्रैंकफर्ट में जो अदाणी समूह के बॉन्ड ट्रेड हो रहे हैं, वहाँ क्या करेंगे?’
(शेयर मंथन, 04 फरवरी 2023)
Add comment