मिंडा कॉर्पोरेशन (Minda Corporation) ने प्रिकॉल (Pricol) की 15.7% हिस्सेदारी शेयर बाजार में लगभग 400 करोड़ रुपये में खरीद ली है। इसके साथ ही गाड़ियों के पुर्जे बनाने वाली इन दो कंपनियों के बीच शेयर बाजार में नया खेल शुरू हो गया है।
मिंडा कॉर्प का कहना है कि यह केवल निवेश है। उधर प्रिकॉल का कहना है कि उसे इस सौदे की जानकारी नहीं है और वे मिंडा कॉर्प के प्रतिस्पर्धी हैं, इसलिए साथ मिल कर काम करने का सवाल ही नहीं है।
मिंडा कॉर्प ने एक्सचेंजों को दिये एक बयान में बताया कि खुले बाजार में यह लेन-देन 208.98 रुपये प्रति शेयर के औसत मूल्य पर हुआ। मिंडा ने कहा है कि यह महज एक वित्तीय निवेश है, जिसमें एक शेयरधारक के रूप में मिले अधिकारों के अलावा कंपनी को प्रिकोल में कोई विशेष अधिकार नहीं मिला है।
शुक्रवार को मिंडा की औपचारिक घोषणा से पहले प्रिकॉल ने एक बयान में कहा कि उसके प्रवर्तकों का अपनी हिस्सेदारी की किसी भी तरह की बिक्री करने का कोई इरादा नहीं है। प्रिकॉल के प्रबंध निदेशक विक्रम मोहन ने एक बयान में कहा कि प्रवर्तक समूह कंपनी और इसकी भविष्य की संभावनाओं के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हाल ही में प्रिकॉल ने अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 54% से अधिक की छलांग के साथ 26.76 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दिखाया था।
शुक्रवार के कारोबार में मिंडा कॉर्प ने पहले तो इन खबरों के चलते काफी तेजी दिखायी और पिछले बंद भाव 213.90 रुपये से बढ़ कर 226.15 रुपये तक चढ़ा, पर उसके बाद दोनों कंपनियों में तालमेल की संभावना के विरुद्ध खबरें सामने आने पर बाजार का उत्साह ठंडा पड़ गया। अंत में यह शेयर 9.80 रुपये या 4.58% नुकसान के साथ 204.10 रुपये पर बंद हुआ।
इसी तरह प्रिकॉल का शेयर भी 208.30 रुपये के पिछले बंद भाव से उछल कर 219.00 रुपये तक चढ़ा, पर बाद में यह भी फिसल गया और 9.25 रुपये या 4.44% गिर कर 199.05 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 17 फरवरी 2023)
Add comment