कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 990-1,010 रुपये के दायरें में साइडवेज कारोबार करने की संभावना है।
अमेरिकी कृषि विभाग ने 2017-18 (अगस्त-जुलाई) के दौरान भारत में कपास उत्पादन के अनुमान को लगातार दूसरे महीने कम किया है। अमेरिकी कृषि विभाग की मासिक रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर के 29.5 मिलियन बेल की तुलना में 29.3 मिलियन बेल कपास उत्पादन का अनुमान लगाया है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में अंतिम स्टॉक 12.98 मिलियन बेल रह सकता है, जबकि दिसंबर में 13.18 मिलियन बेल रहने का अनुमान था। चना वायदा (मार्च) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है औऱ यदि कीमतें 3,700 के सपोर्ट स्तर से नीचे टूटती हैं, तो 3,650 रुपये तक गिरावट हो सकती हैं। कृषि मंत्रालय के अनुसार पिछले हफ्ते तक देश में चने की बुआई 7.9% बढ़ कर 10.56 मिलियन हेक्टयर में हुई है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में चने की बुआई अधिक क्षेत्र में हुई है। मध्य प्रदेश में मिट्टी में कम नमी के कारण किसानों द्वारा अधिक क्षेत्र में चने की बुआई करने के कारण कुल बुआई क्षेत्र 10.4% की बढ़ोतरी के साथ 3.59 मिलियन हेक्टयर हो गया है। कॉटन ऑयल सीड केक वायदा (फरवरी) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 1,750-1,740 रुपये के स्तर पर लुढ़कने की संभावना है। कमजोर माँग के कारण बेंचमार्क कड़ी बाजार में कॉटन ऑयल सीड केक की कीमतों में गिरावट हुई हैं। अधिक कीमतों पर पशु आहार निर्माताओं और स्टॉकिस्टों की ओर से कॉटन ऑयल सीड केक की थोक माँग कम हुई है। किसान तूर चूरी, चना चूरी और बाजरा चूरी जैसे सस्ते विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, जो 1,200-1,600 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम पर उपलब्ध है। (शेयर मंथन, 19 जनवरी 2018)
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