मेंथा ऑयल वायदा (सितंबर) की कीमतें 1,850-1,870 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं।
उत्तर प्रदेश के उत्पादन क्षेत्रों में पिछले 12-13 दिनों से भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं, जिसके कारण आवक में कमी हुई है। जबकि स्टॉकिस्टों और थोक खरीदारों की ओर से माँग में बढ़ोतरी हुई है। बेहतर कीमत मिलने की उम्मीद से किसानों और स्टॉकस्टिों द्वारा अपना स्टॉक रोक कर रखे जाने से भी कीमतों को मदद मिल रही है।
एमसीएक्स में कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में तेजी के रुझान के साथ कारोबार होने की संभवना है और कीमतें 23,300-23,400 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। अमेरिका में फ्रलूरेंस तूफान से कपास की फसल को नुकसान होने की आशंका से आईसीई में कॉटन वायदा की कीमतो में लगभग दो महीने में सबसे अधिक एक दिवसीय बढ़त दर्ज की गयी है। कैरोलीन, जॉर्जिया और वर्जिनिया में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण इन क्षेत्रों में कपास की फसल को काफी नुकसान हुआ है।
अधिक उत्पादन अनुमान के बाद उच्च स्तर पर बिकवाली के कारण ग्वारसीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 4,240-4,200 रुपये तक लुढ़कने की संभावना है। उत्पादन क्षेत्रों में बढ़ोतरी के कारण ग्वारसीड का उत्पादन 1.25 करोड़ बैग तक होने का अनुमान है। अक्टूबर से प्रारंभ होने वाले वर्ष के लिए ग्वारसीड का कैरीओवर स्टॉक 1 मिलियन टन है, जबकि पिछले वर्ष समान अवधि में 1.3 मिलियन टन था।
ग्वारगम (अक्टूबर) की कीमतों में 9,135 रुपये के स्तर तक नरमी का रुझान रहने की संभावना है। उत्तरी अमेरिका में तेल कंपनियाँ हाइड्रोलिक फ्रैक्चरिंग के लिए अधिक मात्रा में ग्वारगम का आयात नही कर रही हैं और इसके बजाय सस्ते विकल्पों का इस्तेमाल कर रही हैं। (शेयर मंथन, 11 सितंबर 2018)
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