हल्दी वायदा (जून) की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद 7,750 रुपये के पास रुकावट के साथ 7,600-7,550 रुपये तक गिरावट देखी जा सकती है।
बेंचमार्क बाजार निजामाबाद में, बल्ब किस्म की कीमतें 6,500-6,800 रुपये प्रति 100 किलोग्राम और फिंगर किस्म की कीमतें 6,700-6,900 रुपये प्रति 100 किलोग्राम के दायरे में है। आपूर्ति को देखें तो, अपने औषधीय गुणों के कारण, हल्दी अचानक किसानों द्वारा बहुत पसंद की जाने वाली फसल बन गयी है। ऐसी खबर है कि उत्तर प्रदेश में कई किसानों ने हल्दी का पक्ष लेना शुरू कर दिया है। एनसीआर से सटे पश्चिमी यूपी के कम से कम छह जिलों में, जो दिल्ली की जरूरतों को भी पूरा करता है, हल्दी की खेती का क्षेत्र लगभग दोगुना हो गया है। आँकड़ों के अनुसार 300 हेक्टेयर भूमि हल्दी की खेती के लिए इस्तेमाल की जा रही थी, जो मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, गाजियाबाद, हापुड़ और बिजनौर जैसे जिलों में बढ़कर लगभग 600 हेक्टेयर हो गयी है। यहाँ तक कि सरकार ने भारतीय मसालों के उपयोग को (जैसे का) बढ़ावा दिया था और डॉक्टर भी संक्रमण को दूर रखने के लिए घरेलू उपचार बताते हैं।
जीरा वायदा (जून) की कीमतों के 13,600 रुपये से नीचे टूटने की संभावना है और 13,500-13,450 रुपये तक गिरावट हो सकती है। हाजिर बाजार ऊँझा में एक्सचेंज क्वालिटी का जीरा की कीमतें 13,800-14,000 रुपये प्रति 100 किलोग्राम पर स्थिर है। मंगलवार को 15,000 बैग की तुलना में आवक 17,000 बैग (1 बैग = 55 किलोग्राम) हुई है।
धनिया वायदा (जून) की कीमतों में नरमी बरकरार रहने और 6,600-6,550 रुपये तक गिरावट होने की की संभावना है। राजस्थान के एक प्रमुख बाजार रामगंज में, कुल आवक 8,000 बैग (1 बैग=445 किलोग्राम) है। बादामी किस्म का धनिया 7,300 रुपये प्रति 100 किलोग्राम और ईगल किस्म 7,500 रुपये प्रति 100 किलोग्राम में बिक रहा है। (शेयर मंथन, 10 जून 2021)
Add comment