कच्चे तेल की कीमतों में अस्थिरता बरकरार रह सकती है और कीमतें 3,850-3,930 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
अमेरिकी तेल रिगों की संख्या में थोड़ी गिरावट के बाद तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है, जबकि तेल की कीमतें 2015 के उच्च स्तर से नीचे ही कारोबार कर रही हैं। बेकर ह्यूज के अनुसार 5 जनवरी को समाप्त हफ्ते में तेल रिगों की संख्या 5 कम होकर 742 रह गयी है। इसके बावजूद तेल उत्पादकों की ओर से अधिक उत्पादन किये जाने कारण अमेरिकी कच्चे तेल के उत्पादन के 10 मिलियन बैरल के स्तर के पार कर जाने की संभावना है। नेचुरल गैस वायदा में 2 जनवरी को समाप्त हफ्ते में कुल लाॉन्ग पोजिशन में बढ़ोतरी की है और कीमतों में बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2018)