कच्चे तेल की कीमतें बढ़त के साथ खुल कर 4,050-4,150 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
ईआईए के भंडार आँकड़ों से कीमतों को दिशा मिल सकती है। एपीआई के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल और गैसोलीन के भंडार में बढ़ोतरी के कारण आज तेल की कीमतों पर दबाव देखा जा रहा है। एपीआई के अनुसार 19 जनवरी समाप्त हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार 9 हफ्ते की गिरावट के बाद लगभग 4.8 मिलियन बैरल हो गया है। गैसोलीन के भंडार में 4.1 मिलियन बैरल की बढ़ोतरी हुई है। फिर भी कारोबारियों का अनुमान है कि तेल की कीमतों में गिरावट की उम्मीद नही है, क्योंकि विश्व स्तर पर बेहतर आर्थिक वृद्धि और सभी प्रमुख तेल उत्पादकों को इस वर्ष के अंत तक तेल उत्पादन में कटौती जारी रखने के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में अस्थिरता बरकरार रहने की संभावना है और कीमतें 215-225 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। अमेरिका में अंदाजे से कम तापमान के अनुमान के बाद नेचुरल गैस वायदा की कीमतें कल 12% की उछाल के साथ लगभग एक वर्ष के उच्च स्तर पर पहुँच गयी हैं। (शेयर मंथन, 24 जनवरी 2018)