कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है।
ओपेक द्वारा तेल आपूर्ति में कटौती करने और अमेरिका द्वारा वेनेजुएला की सरकारी तेल कंपनी पर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद तेल निर्यात बाधित होने से आज तेल की कीमतों में तेजी का रुझान है। ईरान के बाद वेनेजुएला दूसरा देश है, जिसके तेल निर्यात पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाया है।
कच्चे तेल की कीमतों को 4,020 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है और कीमतें 3,860 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। जनवरी में ओपेक का तेल उत्पादन पिछले दो वर्षो में सबसे अधिक कम हुआ है। इस बीच जनवरी में रूस का तेल उत्पादन अक्टूबर की तुलना में लगभग 35,000 बैरल प्रति दिन कम होकर 1.138 करोड़ बैरल प्रति दिन हो गया है। रूस तेल उत्पादन में कटौती योजना का सबसे अधिक अनुपालन कर रहा है।
नेचुरल गैस की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 190-197 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 05 फरवरी 2019)
कच्चे तेल की कीमतों को 4,020 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है और कीमतें 3,860 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। जनवरी में ओपेक का तेल उत्पादन पिछले दो वर्षो में सबसे अधिक कम हुआ है। इस बीच जनवरी में रूस का तेल उत्पादन अक्टूबर की तुलना में लगभग 35,000 बैरल प्रति दिन कम होकर 1.138 करोड़ बैरल प्रति दिन हो गया है। रूस तेल उत्पादन में कटौती योजना का सबसे अधिक अनुपालन कर रहा है।
नेचुरल गैस की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 190-197 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 05 फरवरी 2019)