कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है।
सऊदी अरब से तेल आपूर्ति बाधित होने की आशंका और मध्य-पूर्व में बढ़ते तनाव के कारण आज तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। सऊदी अरब द्वारा विश्व बाजार को तेल आपूर्ति बहाल करने के आश्वासन के बाद भी सितंबर के अंत तक उत्पादन के पूरी क्षमता के साथ फिर से भी शुरू होने की संभावना है।
सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको ने हमले के अगले दिन से ही अपने ग्राहकों को कच्चे तेल और अन्य उत्पादों की आपूर्ति शुरू कर दी थी। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सऊदी अरब की वायु और मिसाइल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अमेरिकी सैनिकों को सऊदी अरब भेजने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
कच्चे तेल की कीमतों में 4,150 रुपये पर सहारा के साथ 4,200 रुपये स्तर पर पहुँच सकती है। नेचुरल गैस वायदा में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है और कीमतों में 184 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 175 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती है।
अमेरिकी मौसम के अक्टूबर तक सामान्य रहने के अनुमान के बद गैस की कम माँग सामान्य रहने संभावना से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में मामूली बदलाव हुआ है। (शेयर मंथन, 23 सितंबर 2019)