कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है।
ओपेक द्वारा तेल की आपूर्ति में अधिक कटौती के संकेत और चीन और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति की उम्मीद के बाद आज तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। ओपेक महासचिव मोहम्मद बार्किन्डों ने कहा है कि तेल बाजार में संतुलन के लिए सभी विकल्पों पर विचार हो रहा है। कच्चे तेल की कीमतें 3,800 रुपये पर सहारा के साथ 3,860 रुपये स्तर पर पहुँच सकती है। ओपेक ने 2019 में विश्व स्तर पर तेल की माँग में वृद्धि दर को
कम करके 9.8 लाख बैरल प्रति दिन कर दिया है, जबकि 2020 में वृद्धि दर 10.8 लाख बैरल प्रति दिन को बरकरार रखा है। इसके साथ ही चीन और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता पर भी बाजार की नजर है और ऐसी उम्मीद है कि 15 महीने से चले आ रहे विवाद को टालने के लिए समर्थ होंगे।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में नरमी रह सकती है और कीमतों में 160 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 155 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। पिछले अमेरिकी नेचुरल गैस भंडार में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी के कारण अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में 6 हफ्ते के निचले स्तर पर गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 11 अक्टूबर 2019)