कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,160 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 2,980 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण तेल की माँग में कमी की आशंका और उत्पादक देशों द्वारा तेल का उत्पादन बढ़ाये जाने की संभावना से आज कीमतों में नरमी है। एशिया, यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में मैनुफैक्चरिंग गतिविधियों के अनुमान से बेहतर आँकड़ों के कारण डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल की कीमतों में 1.8% और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में 1.5% की बढ़ोतरी के बाद गिरावट दर्ज की गयी है। कोरोना वायरस महामारी में फिर से बढ़ोतरी कुछ बाजारों में तेल माँग की रिकवरी के बाधित होने काफी प्रमाण मौजूद हैं। मनीला से मेलबोर्न तक के शहरों में संक्रमणों से लड़ने के लिए लॉकडाउन की संभावना से ईंधन की माँग में कमी हो सकती है। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और उसके सहयोगी, जिसे ओपेक प्लस के रूप में जाना जाता है, वैश्विक स्तर पर आपूर्ति में 1 अगस्त से प्रति दिन लगभग 1.5 मिलियन बैरल की बढ़ोतरी कर रहे है। अमेरिकी उत्पादकों ने भी बंद उत्पादन को फिर से शुरू करने की योजना बनायी है जबकि तेल का भंडार रिकॉर्ड स्तर पर है।
नेचुरल गैस की कीमतें तेजी के साथ कारोबार कर सकती है और कीमतों को 154 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 166 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। नेचुरल गैस की कीमतों में कल 15% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी, क्योंकि अगले 6-10 और 8-14 दिनों में अमेरिका के मध्य-पश्चिम और पूर्वी तट पर मौसम के सामान्य की तुलना में गर्म रहने की उम्मीद है, जिससे कीमतों में उछाल आया है। (शेयर मंथन, 04 अगस्त 2020)