कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,600 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 3,510 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लंबे समय से प्रतीक्षित कोरोना वायरस राहत सहायता बिल पर हस्ताक्षर किये जाने के बावजूद तेल की माँग कमजोर रहने की आशंका से आज तेल की कीमतों में गिरावट हुई है। इंग्लैंड ने पहले से ही कोरोना के दोनों प्रकारों के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए देश के अधिकांश हिस्सों में सख्त प्रतिबंध लगाये हैं। चीन ने ब्रिटेन के लिए यात्री उड़ानों को निलंबित कर दिया है। अमेरिका भी कोविड-19 मामलों के क्रिसमस के बाद बढ़ने के लिए तैयार है। लेकिन खबर है कि ट्रंप ने 2.3 ट्रिलियन डॉलर की महामारी सहायता और खर्च करने वाले पैकेज पर हस्ताक्षर कर दिया है, पैकेज को पिछले सप्ताह के दौरान प्रतिनिधि सभा और सीनेट दोनों द्वारा अनुमोदित किया गया था, लेकिन ट्रंप ने हस्ताक्षर नही करने की धमकी दी थी क्योंकि उन्होंने पैकेज में प्रोत्साहन चेक को बढ़ाने के लिए आग्रह किया था। ट्रंप ने बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास रविवार के रॉकेट हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार होने का आरोप लगाते हुये मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव भी बढ़ा दिया है। ईरानी विदेश मंत्रालय ने दावों का खंडन किया है। इस बीच, ईरान के तेल मंत्री बिजन नामदार जंगानेह ने पहले ही कहा था कि ईरान 2021 में अपने तेल उत्पादन को दोगुना करने की योजना बना रहा है।
नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 186 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 192 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 28 दिसंबर 2020)