कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रह सकती है। कीमतों के 5,300-5,500 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
ओमिक्रॉन कोरोना वायरस वायरस की गंभीरता पर अनिश्चितता के कारण प्रमुख उत्पादकों द्वारा जनवरी में कच्चे तेल की आपूर्ति को बढ़ाने की योजना को रोक दिए जाने की संभावना से आज तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। इसके पहले सभी की निगाहें अब पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन, रूस और सहयोगियों पर थी, जो ओपेक समूह हर महीने आपूर्ति के 4,00,000 बैरल प्रति दिन बढ़ा रहा है। रॉयटर्स सूत्रों के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, भारत और अन्य द्वारा आपातकालीन तेल स्टॉक जारी करने के निर्णय के बावजूद, ओपेक प्लस अपने तेल उत्पादन में वृद्धि को रोकने पर चर्चा नहीं कर रहा है। कारोबारी यह भी देख रहे हैं कि क्या चीन अपने भंडार से तेल छोड़ने की योजना पर अमल करेगा या नहीं।
नेचुरल गैस की कीमतों में दोनों तरफ कारोबार की संभावना है और कीमतों को 355 रुपये के स्तर पर सहारा और 372 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 30 नवंबर 2021)