कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है। कीमतों के 6,890-7,120 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
रूस द्वारा यूक्रेन पर संभावित आक्रमण से अमेरिकी और यूरोपीय प्रतिबंध लगने की आशंका, से तेल की कीमतों के कल सात साल से अधिक समय के उच्चतम स्तर पर पहुँचने के बाद आज मुनाफा वसूली के कारण नरमी देखी जा रही है। पोर्टफोलियो मैनेजर्स अभी भी तेल के आउटलुक में तेजी को लेकर आशान्वित हैं। लेकिन तीन महीने से भी कम समय में कीमतें पहले ही 30% से अधिक बढ़ चुकी हैं और बढ़ती मुद्रास्फीति और ब्याज दरों के बारे में चिंताये बढ़ रही हैं, जिससे फंड मैनेजरों को कुछ मुनाफा वसूली करनी पड़ी। निवेशक अमेरिका और ईरान के बीच बातचीत पर भी नजर बनाये हुये हैं। ईरानी विदेश मंत्री ने कहा कि ईरान वियना में परमाणु वार्ता में एक त्वरित समझौते पर पहुँचने के लिए जल्दी में है, बशर्ते उसके राष्ट्रीय हितों की रक्षा हो। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और उसके सहयोगी, जिसे ओपेक प्लस के रूप में जाना जाता है, मार्च तक उत्पादन में 4,00,000 बैरल प्रति दिन की वृद्धि करने की मासिक वादे के बावजूद उत्पादन में तेजी लाने के लिए संघर्ष कर रहे है। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने कहा कि ओपेक प्लस के उत्पादन और उसके लक्ष्य के बीच का अंतर जनवरी में बढ़कर 9,00,000 बैरल प्रति दिन हो गया। इस बीच अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख फतिह बिरोल ने ओपेक प्लस उत्पादकों से उत्पादन को लेकर अपने वादों और उसके वास्तविक उत्पादन के बीच की खाई को पाटने का आग्रह किया।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है और कीमतों को 310 रुपये के स्तर पर सहारा और 318 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 15 फरवरी 2022)