फेडरल रिजर्व की बैठक के बाद जारी किए गये मिनट्स ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर अनिश्चितता बढ़ गयी है, जिससे अमेरिकी मुद्रा में कमजोरी देखी गयी है।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे मजबूत होकर 70.32 के स्तर पर पहुँच गया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशों में अन्य मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में कमजोरी, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और ताजा विदेशी मुद्रा प्रवाह से रुपये को सहारा मिला। यूएस फेड की नवीनतम नीति की बैठक के मिनटों से पता चला है कि नीति निर्धारक अर्थव्यवस्था में मंदी को रोकने के लिए ब्याज दरों में वृद्धि की गति को धीमा कर सकते हैं।
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में रुपया कमजोर होकर 70.49 रुपये पर खुला, लेकिन जल्द ही 70.32 पर पहुँच गया, जो पिछले बंद भाव से 14 पैसे मजबूत होकर था। बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे की गिरावट के साथ 70.46 के स्तर पर बंद हुआ था।
वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 60.89 प्रति बैरल पर, 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। इस बीच, विदेशी फंडों ने शुद्ध आधार पर पूँजी बाजार से 276.14 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 439.67 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
बीएसई सेंसेक्स 27.62 अंक या 0.08% नीचे 36,185.29 पर कारोबार कर रहा था, जबकि एनएसई निफ्टी 10, 839.65 पर, 15.50 अंक या 0.14% पर कारोबार कर रहा था। (शेयर मंथन, 10 जनवरी 2019)