शेयर मंथन में खोजें

DGCA ने Go First के पट्टेदारों के विमान वापस लेने के अनुरोध पर लगाई रोक

नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने मंगलवार (30 मई) को कहा कि संकटग्रस्त गो फर्स्ट (Go First) एयरलाइन के पट्टेदारों के विमानों को फिर से वापस लेने के अनुरोध को रोक दिया गया है और इसे खारिज नहीं किया गया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय का रुख 2001 की एक वैश्विक संधि केप टाउन कन्वेंशन के संदर्भ में अहम समझा जा रहा है।

केप टाउन कन्वेंशन को कब्जे के अधिकारों की रक्षा के लिए डिजाइन किया गया है। भारत ने संधि की पुष्टि की है लेकिन डीजीसीए ने तर्क दिया कि इसे लागू करने वाला कोई स्थानीय कानून नहीं है, जिससे यह अप्रभावी हो गया है। डीजीसीए की फाइलिंग में कहा गया है कि स्थानीय कानून किसी भी अंतरराष्ट्रीय संधि के प्रावधानों पर हावी हैं, जिस पर भारत ने हस्ताक्षर किए हैं।

नियामक ने कहा कि वह गो फर्स्ट के पट्टेदारों के अनुरोध पर कार्रवाई नहीं कर रहा है क्योंकि दिवालियापन कानून ने एयरलाइन की संपत्तियों पर रोक लगा दी है। डीजीसीए ने कहा कि कोई भी स्थानीय कानून पट्टेदारों को विमानों को फिर से हासिल करने का अधिकार नहीं देता है, जब दिवालियापन संरक्षण जारी है। दिवालिया सुरक्षा प्रदान करते हुए एनसीएलटी ने गो फर्स्ट की संपत्तियों पर रोक लगाने का आदेश दिया, भले ही कुछ पट्टेदारों ने पहले ही पट्टे समाप्त कर दिए थे और 40 से अधिक विमानों को फिर से हासिल करने के लिए विमानन नियामक के साथ अनुरोध किया था।

डीजीसीए ने कहा कि दिवालिया प्रक्रिया जारी है और वह पट्टेदारों के कब्जे के अनुरोध को कानूनी रूप से मंजूरी नहीं दे सकता है। गो फर्स्ट के पट्टेदारों में स्टैंडर्ड चार्टर्ड के पेमब्रोक एयरक्राफ्ट लीजिंग, एसएमबीसी एविएशन, सीडीबी एविएशन के जीवाई एविएशन लीजिंग, जैक्सन स्क्वायर एविएशन और बीओसी एविएशन शामिल हैं।

फि‍लहाल एयरलाइन ने 4 जून तक परिचालन निलंबित कर दिया है और यात्रियों को पूर्ण रिफंड जारी किया जाएगा। इस बीच, गो फर्स्ट ने अपने कप्तानों को उनके वेतन के अलावा 'रिटेंशन भत्ता' के रूप में प्रति माह एक लाख रुपये की पेशकश की है। इसमें कहा गया है, 'प्रथम अधिकारियों को उनके मौजूदा वेतन के अलावा प्रति माह 50,000 रुपये प्रति माह अतिरिक्त वेतन मिलेगा। इन भत्तों का भुगतान जून से किया जाएगा।

(शेयर मंथन, 30 मई 2023)

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

  • 10 शेयर 10 फंड : निवेश मंथन पत्रिका (अक्टूबर 2024)

    यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।

  • आईपीओ की आँधी : निवेश मंथन पत्रिका (सितंबर 2024)

    शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"