गेल इंडिया (GAIL India) ने वित्त-वर्ष 2020-21 में 56,738 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त-वर्ष 2021-22 में 91,646 करोड़ रुपये के साथ अपनी कामकाजी आय में 62% की वृद्धि दर्ज की है। कंपनी का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) वित्त वर्ष 2020-21 में 6,386 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त-वर्ष 2021-22 में 13,590 करोड़ रुपये हो गया, और इसमें 113% बढ़ोतरी हुई।
वित्त-वर्ष 2020-21 में 4,890 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त-वर्ष 2021-22 में 10,364 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ या कर पश्चात लाभ (पीएटी) हुआ है। इसमें मुख्यत: बढ़ी हुई गैस मार्केटिंग और ट्रांसमिशन मात्रा (वॉल्यूम), बेहतर गैस मार्केटिंग स्प्रेड और उच्च उत्पाद कीमतों के कारण 112% बढ़ोतरी हुई है।
जनवरी-मार्च 2022 की तिमाही यानी बीते वित्त-वर्ष की चौथी तिमाही को देखें तो कामकाजी आय पिछले वर्ष की समान अवधि में 15,549 करोड़ रुपये से 73% बढ़ कर 26,968 करोड़ रुपये हो गयी। कर पूर्व लाभ (पीबीटी) में 2020-21 की चौथी तिमाही के 2,612 करोड़ रुपये की तुलना में 2021-22 की चौथी तिमाही में 3,546 करोड़ रुपये के साथ 36% की वृद्धि दर्ज हुई। शुद्ध लाभ में मुख्यत: बेहतर गैस विपणन प्रसार, उत्पाद की बेहतर कीमतों के कारण 2020-21 की चौथी तिमाही के 1,908 करोड़ रुपये की तुलना में 2021-22 की चौथी तिमाही में 2,683 करोड़ रुपये के साथ 41% की बढ़ोतरी हुई है।
समेकित (कंसोलिडेटेड) आधार पर गेल समूह ने 2021-22 में 92,874 करोड़ रुपये की कामकाजी आय, 15,464 रुपये का कर पूर्व लाभ और 12,256 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। इनमें 2020-21 की तुलना में क्रमशः 62%, 100% और 100% की वार्षिक वृद्धि हुई है। वित्त-वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में कामकाजी आय, कर पूर्व लाभ और शुद्ध लाभ वित्त-वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही की तुलना में क्रमशः 73%, 36% और 39% की बढ़ोतरी के साथ क्रमशः 27,328 करोड़ रुपये, 4,375 करोड़ रुपये और 3,454 करोड़ रुपये रहे हैं।
गेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मनोज जैन ने बताया कि कंपनी द्वारा तीनों मानकों पर अपने इतिहास में अब तक का यह उच्चतम वार्षिक वित्तीय परिणाम है। गेल ने मुख्य रूप से पाइपलाइनों, पेट्रोकेमिकल्स, जेवी के लिए इक्विटी आदि पर 7,738 करोड़ रुपये का पूँजीगत व्यय (कैपेक्स) किया है। गेल के निदेशक मंडल ने 1 रुपये प्रति शेयर की दर से अंतिम लाभांश की संस्तुति की है, जिससे 2021-22 में कुल लाभांश की राशइ 4,440 करोड़ रुपये हो जायेगी, जो गेल द्वारा अब तक का सबसे अधिक लाभांश है। इसके अलावा, 1,083 करोड़ रुपये के शेयरों की वापस खरीद (बायबैक) को पहले ही अनुमोदित कर दिया गया है।
मनोज जैन ने कहा कि गेल ने हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए भारत का सबसे बड़ा इलेक्ट्रोलाइजर स्थापित करने का अनुबंध किया है। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी घरेलू बाजार में गैस की उभरती माँग को पूरा करने के लिए नये गैस स्रोतों को भी जोड़ रही है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी मौजूदगी जारी रखे हुए है। कंपनी ने हरित (ग्रीन) हाइड्रोजन, नवीकरणीय ऊर्जा (रीन्युएबल एनर्जी) और जैव-ईंधन परियोजनाओं जैसी वैकल्पिक ऊर्जाओं को भी प्रारंभ किया है, जो राष्ट्रीय महत्व के हैं और संभवतः भविष्य में गति प्रदान करेंगे। (शेयर मंथन, 27 मई 2022)
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